अब पंचायत चुनाव में नहीं चलेगा शराब का खेल, शराब माफियाओं पर हुई बड़ी कार्रवाई
उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव की सुगबुगाहट तेज होते ही शराब माफिया भी सक्रिय हो गए हैं पश्चिम उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए ज्यादातर प्रत्याशी मदिरा का इस्तेमाल करते हैं मदिरा का शौकीन रखने वाले मतदाताओं को शराब पिलाकर वोट लेने की परंपरा वर्षों से लगातार जारी है।
जनपद मुजफ्फरनगर की अगर बात करें तो यहां वर्षों से चली आ रही इस परंपरा को कायम रखने के लिए कई प्रत्याशी अवैध शराब का भी भरपूर इस्तेमाल करते हैं इसी को लेकर जनपद मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा शराब माफियाओं पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
इसी के चलते थाना मंसूरपुर पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने अवैध शराब की तस्करी करने वाले एक अंतर राज्य स्तर के शराब तस्कर गिरोह का भंडाफोड़ किया है जिसमें पुलिस ने 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में अवैध शराब शराब बनाने के उपकरण बोतल रैपर होलोग्राम वह बारकोड के साथ-साथ बोतल सील करने की मशीन बरामद की है एसएसपी अभिषेक यादव ने पुलिस लाइन स्थित सभागार में प्रेस वार्ता करते हुए पूरे मामले का पर्दाफाश किया जिसमें एसएससी अभिषेक यादव ने बताया कि पकड़े गए आरोपी काफी समय से अवैध शराब का धंधा करते चले आ रहे हैं।
जिसमें पुलिस ने पहले भी इनमें से कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था जिसके बाद जेल से छूट कर आने के बाद आरोपियों ने फिर अवैध शराब का धंधा शुरू कर दिया था पंचायत चुनाव में किसी तरह की कोई जनहानि ना हो इसके लिए उन्होंने पुलिस को इस काम में लगा रखा है ताकि जनपद में कोई प्रत्याशी इस तरह की नकली व अवैध शराब का इस्तेमाल कर किसी व्यक्ति के जीवन से खिलवाड़ न कर सके।
गिरफ्तार किए गए 13 आरोपियों में से 6 आरोपी ऐसे हैं जिन पर अवैध शराब के पहले से भी कई कई मामले दर्ज हैं पुलिस इस बात की भी छानबीन कर रही है कि आगामी पंचायत चुनाव में चुनाव लड़ने के इच्छुक लोग इनके संपर्क में तो नहीं है अगर ऐसा है तो उनका साफ साफ कहना है कि अगर किसी प्रत्याशी के पास इस तरह की नकली में अवैध शराब पाई जाती है तो उसके खिलाफ भी सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।
पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से 24 लीटर अल्कोहल (ENA), 5500 खाली पव्वे, 8200 रैपर, 20,000 ढक्कन, देसी व अंग्रेजी शराब के, 4500 बारकोड, पवे सील करने की एक मशीन, दो पंप एक बड़ा आरोप 500 खाली पेटी और 3 कार , 3 पेटी तैयार शराब सहित भारी मात्रा में शराब बनाने के उपकरण बरामद किए हैं गौरतलब है कि पिछले वर्ष भी मुजफ्फरनगर पुलिस ने एक बड़े शराब माफिया गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दर्जनों लोगों को जेल भेजा था त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से पहले पुलिस की इस कार्यवाही से जनपद में हड़कंप मचा हुआ है।
पकड़े गए आरोपियों के नाम विशाल उर्फ मुरली पुत्र संजय निवासी मिल मंसूरपुर मुजफ्फरनगर , सोनू उर्फ मनोज पुत्र स्वर्गीय कंवरपाल निवासी मिल मंसूरपुर, रवि उर्फ पहलवान पुत्र सोमपाल निवासी गांव दुधाहेड़ी थाना मंसूरपुर, गौरव उर्फ गोरा पुत्र उदयवीर सिंह निवासी गांव दुधाहेड़ी , नितिन उर्फ बब्बू पुत्र स्वर्गीय सतीश कुमार निवासी दुधाहेड़ी, विपिन पुत्र राजवीर निवासी नागोरी थाना फलावदा जनपद मेरठ अजय कुमार उर्फ बाबा पुत्र धर्मवीर निवासी बुढाना मोड रोड जनपद शामली, सनी उर्फ अर्जुन पुत्र दयाराम निवासी डेरा थाना छतरपुर दिल्ली जो हाल ही में दयानंद नगर शामली में किराए पर रहता है , मोहित उर्फ सांडा पुत्र कृष्ण पाल निवासी पीनना, सोमपाल उर्फ मुन्ना पुत्र जय सिंह निवासी थाना तितावी, कुलदीप पुत्र सुरेश निवासी नसीरपुर थाना तितावी , मुजफ्फरनगर गौतम कर्णवाल पुत्र संजय कुमार निवासी रैदास पुरी थाना सिविल लाइन , प्रदीप कुमार पुत्र मीर सिंह निवासी गांधीनगर कुकड़ा थाना नई मंडी मुजफ्फरनगर जबकि चार आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है चमनलाल लाल उर्फ सागर पुत्र लक्ष्मीचंद निवासी अशोक नगर शाहदरा , दिनेश अग्रवाल पुत्र प्रेमचंद निवासी छपार मुजफ्फरनगर , रजनीश पुत्र जसपाल निवासी कंडेला थाना कैराना जनपद शामली , सुनील गुर्जर पुत्र नवाब निवासी इसो पुर टील थाना कांधला जनपद मुजफ्फरनगर है, जिनकी पुलिस को तलाश है।