किसानों ने जारी किया माफीनामा, जरुरतमंदों को हो रही दिक्कतों पर जताया खेद
नई दिल्ली : किसानों का आंदोेलन जारी है। आज यह आंदोलन 19 वें दिन में प्रवेश कर गया है। वहीं किसानों ने एक माफीनामा जारी किया है। किसानों ने इस माफीनामा में स्वीकार किया है कि उन लोगों के आंदोलन से जनता को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। जिसके लिये उन सबको खेद है।
जरुरतमंदों को मदद का भरोसा
किसानों ने इस माफीनामा में भरोसा दिया है कि आंदोलन के दौरान जरुरतमंदों को हर जरुरी मदद उपलब्ध कराया जाएगा। हालांकि संयुक्त किसान मोर्चा ने इस माफीनामा में भरोसा दिया है कि किसी जरुरतमंद को किसी परेशानी होती है तो वे उनके वॉलिंयटियर से संपर्क कर सकते है। किसानों को दिल्ली में धरना दिये दो सप्ताह से भी ज्यादा हो गया है। कृषि कानून को वापस करने की मांग को लेकर किसानों का आज आंदोलन 19 वें दिन में प्रवेश कर गया है।
किसानों और सरकार के बीच बातचीत रही बेनतीजा
बता दें कि किसान संगठन और सरकार के बीच कई पांचवें दौर तक बातचीत हुई है। लेकिन न तो किसान आंदोलन करने से पीछे हटे, और न ही सरकार कृषि कानून को वापस लेने को तैयार है। किसानों ने सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और अब राजस्थान से हरियाणा को जोड़ने वाला बॉर्डर भी बंद कर दिया है। किसानों के इस माफीनामा में केंद्र सरकार के प्रति नाराजगी भी साफ झलकती है। किसानों ने लिखा कि वे लोग किसान है। इस ठंड की रात में भी सड़कों पर मजबूरन में बैठे हुए है। पीएम हमें अन्नदाता तो कहते है लेकिन कोई सौगात या फसल का उचित मूल्य देने की कानूनी गारंटी नहीं देना चाहते है।