सदन में तेजस्वी बोले, घर में हमे बड़ों का सम्मान करना सिखाया गया है तो नीतीश खुद को रोक नहीं पाए और जानिए क्या कर दिया…
नई सरकार के गठन के बाद बिहार विधानसभा का पहले सत्र का आज अंतिम दिन है। सदन में अंतिम दिन तेजस्वी यादव का 56 मिनट का संबोधन हुआ। इस दौरान सत्ता पक्ष पर जमकर हमला बोला। खास तौर पर नीतीश कुमार पर पूरे संबोधन के दौरान उग्र शब्दों का इस्तेमाल करते नजर आए। शुरुआत से ही तेजस्वी यादव सरकार के भ्रष्टाचारों को गिनाते नजर आए। कोरेाना काल से लेकर चुनाव प्रचार के दौरान किए गए कटाक्षों को बारी-बारी से गिनाते नजर आए।
पूरे संबोधन के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आक्रमक रूख अपनाए रहे। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम तो नीतीश जी को चाचा बाेलते हैं, हमें तो माता-पिता ने सिखाया है कि बड़ों का सम्मान करो। हम तो आदरणीय नीतीश जी को चाचा से संबोधन करते थे, चाचा से संबोधन करते थे, लेकिन सदन में कोई चाचा-भतीजा तो होता नहीं है। प्रोटोकॉल का फॉलो करते हैं। बस फिर क्या था, तेजस्वी के इतना कहते ही पूरा सदन ठहाकों से भर गया। खासतौर पर शांत होकर संबोधन सुन रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी खुद को रोक नहीं पाए और ठहाके लगाकर हंसने लगे। नीतीश की हंसी से ये स्पष्ट हो गया कि तेजस्वी जो कह रहे हैं ये सिर्फ कहने की बातें हैं और उनके आचरण में ऐसा कुछ भी नहीं है। प्यारे बिहारवाी को धन्यवाद देते हैं।संबोधन में तेजस्वी यादव ने कहा कि हम पहले तो प्यारे बिहारवासी को धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने बदलाव का जनादेश दिया। ये तो हमेशा चोर दरवाजे से आते रहे हैं। पूरे चुनाव के दौरान सिर्फ मुद्दों की बात करते रहे, लेकिन प्रधानमंत्री जी चुनाव में आए जरूर, लेकिन 31 साल के नौजवान के पीछे पड़े रहे और पता नहीं किन-किन नामों से हमें संबोधन किया।