BJP ने चिराग के साथ मिल नीतीश को ठिकाने लगाने की रची थी प्लानिंग! सफल होने पर लोजपा ने PM मोदी से की ये मांग, क्या नीतीश ऐसा होने देंगे?
जेडीयू की आशंका सच साबित होती दिख रही है। जेडीयू नेतृत्व को लगता था चिराग पासवान के ऊपर बीजेपी का हाथ है तभी नीतीश कुमार और बिहार की सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। चिराग पासवान लगातार सीएम नीतीश पर हमला बोलते रहे लेकिन बीजेपी चुप रही । चुनाव के समय भी जब चिराग पासवान ने जेडीयू के सभी उम्मीदवारों के खिलाफ अपना कैंडिडेट उतारा तब भी बीजेपी के नेता बच बचाकर ही बयान देते रहे। बीजेपी कहती रही कि बिहार एनडीए में चिराग पासवान अब नहीं हैं। लेकिन केंद्र के सवाल पर भाजपा नेताओं को सांप सूंघ जाता था। भाजपा नेताओं के इस रूख से एक प्रमाणित हो रही थी कि लोजपा और बीजेपी के बीच अंदर ही अंदर सांठगांठ है। अब जबकि इस बार के चुनाव में लोजपा ने जेडीयू को सीधे-सीधे नुकसान पहुंचाया. इसके बाद अब चिराग पासवान की तरफ से पीएम मोदी से अपनी मां रीना पासवान को राज्यसभा भेजने की मांग की जाने लगी है।
नीतीश कुमार को कमजोर करना था मकसद
इस बार के विधानसभा चुनाव में लोजपा अकेले दम पर चुनाव लड़ी। लोजपा के टिकट पर बीजेपी के करीब 50 से अधिक नेता चुनाव लड़े। बीजेपी नेताओं को टिकट देकर मैदान में उतारने का सीधा नुकसान जेडीयू कैंडिडेट को हुआ। असर यह हुआ कि जेडीयू जीतने वाली सीट हार गई और संध्या घटकर 43 पर पहुंच गई। लोजपा को भले ही एक सीट मिला लेकिन दो दर्जन से अधिक सीटों पर वोट काटकर सीधा नुकसान कर दिया। इस तरह से एनडीए में अब बीजेपी बड़े भाई की भूमिका में आ गई। बीजेपी के 74 विधायक चुनाव जीतकर आये हैं।
रीना पासवान को राज्यसभा भेजने की मांग
जानकार बताते हैं कि बीजेपी को बड़े भाई की भूमिका में लाकर खड़े करने के बाद लोजपा अब इनाम मांगने लगी है। रामविलास पासवान के निधन से खाली हुई सीट लोजपा सुप्रीमो अपनी मां और स्व. रामविलास पासवान की पत्नी रीना पासवान के लिए मांग रहे हैं। चिराग ने अपने नेताओं से इसकी मांग शुरू करवा दी है। चिराग की हरी झंड़ी मिलने के बाद लोजपा के नेता भाजपा और पीएम मोदी से राज्यसभा की सीट रीना पासवान को देकर रामविलास पासवान को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करने की बात कह रहे।लोक जनशक्ति पार्टी के प्रधान महासचिव डा. शाहनवाज अहमद कैफी ने कहा कि लोजपा के संस्थापक स्व. राम विलास पासवान के निधन के बाद राज्यसभा की जो सीट खाली हुई है वो उनकी धर्मपत्नी को देना उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी . 8 अक्टूबर को लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान का निधन हो गया था, जिसके बाद लोजपा के खाते में आई राज्यसभा सीट खाली हो गई है. लोजपा के प्रधान महासचिव ने प्रधानमंत्री से विनम्र निवेदन करते हुए कहा है कि उक्त खाली सीट से उनकी धर्मपत्नी रीना पासवान को उम्मीदवार बनाते हुए स्व रामविलास पासवान जी को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर अपनी दोस्ती को इतिहास के सुनहरे अक्षर से लिखकर अमर कर दें। वहीं है।उऩ्होंने मांग की है कि लोजपा के संस्थापक राम विलास पासवान के निधन के बाद राज्यसभा की जो सीट खाली हुई है वो उनकी धर्मपत्नी को देना उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
क्या नीतीश कुमार ऐसा होने देंगे?
चिराग पासवान द्वारा नीतीश कुमार को जेल भेजने की बात कह और जेडीयू को छोटे भाई की भूमिका में ला खड़ा करने के बाद नीतीश कुमार किसी कीमत पर अब लोजपा को एनडीए में इंट्री नहीं करने देना चाहते।राजनीतिक जानकारों का कहना है कि नीतीश कुमार भले ही एनडीए में छोटे भाई की भूमिका में हों लेकिन यह सर्वविदित है कि वे जो ठान लेते हैं वो करते हैं।वैसे भी रामविलास पासवान सिर्फ बीजेपी के सहयोग से नहीं बल्कि जेडीयू विधायकों के सहयोग से राज्यसभा गए थे। इस बार भी बिना जेडीयू के सहयोग से संभव नहीं है। अब देखना दिलचस्प होगा कि लोजपा की इस मांग पर बीजेपी का क्या रूख होता है। अगर बीजेपी ने रामविलास पासवान के निधन से खाली हुई सीट एक फिर से लोजपा को देती है तो यह बात प्रमाणित हो जाएगी बीजेपी ने ही लोजपा को आगे किया था। साथ ही बिहार में एनडीए की सरकार पर भी संकट के बादल मंडराने लगेंगे।