मथुरा : कोरोना पर गोवर्धन में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, प्रशासन ने लगाई मंदिर प्रवेश पर रोक
मथुरा : पूरे विश्व में कोरोना संक्रमण का भय तथा महामारी का कोप छाया हुआ है वहीं आज कोरोना पर आस्था भारी दिखाई दी गोवर्धन में रविवार को श्रद्धालुओं का सैलाब इतना उमड़ा कि दोपहर बाद प्रशासन ने श्रद्धालुओं को दानघाटी मंदिर ने प्रवेश से रोक दिया। वहीं सप्तकोसीय परिक्रमा में श्रद्धालुओं की मानव श्रृंखला देखने को मिली।
मृदंग, ढोल, मझीरा और थाप की धुन के बीच मुख से निकलते हरि बोल के स्वर तथा राधे-राधे की गूंज से पूरा गोवर्धन कस्बा गूंज उठा। ब्रजभूमि में दीपावली से ज्यादा धूम कस्बा गोवर्धन में गिरिराज पूजन में दिखाई दी। श्रद्धालुओं मौसमी सब्जियों, मिष्ठान और पकवानों के मिश्रण से तैयार अन्नकूट का भोग लगाया। वहीं अंतरराष्ट्रीय गौड़ीय वेदांत समिति के तत्वावधान में गिरधारी गौड़ीय मठ से हर वर्ष निकलने वाली शोभायात्रा को कोविड-19 के चलते स्थगित कर दिया गया है।
कोरोना के चलते यूं तो शारीरिक दूरी का पालन पूरे मथुरा जिले में किया जा रहा है। लेकिन, दीपावली से ज्यादा आज गोवर्धन पूजा में कोरोना पर आस्था भारी दिखाई दी। आज गोवर्धन के दानघाटी मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाब सुबह से ही उमड़ पड़ा, जहां स्थानीय लोगों के साथ-साथ पंजाब, दिल्ली, अन्य राज्यों से आए श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा दिखाई दी।
गोवर्धन कस्बे में रविवार को जगह-जगह अन्नकूट में चावल, बाजरा, सभी तरह की दाल, कढ़ी, खीर, माखन मिश्री, सभी तरह की सब्जियों को मिलाकर गड्ड की सब्जी, पापड़, अचार, मोहन भोग, लड्डू, सभी तरह के मिष्ठान, सभी तरह की मेवा, पान का बीड़ा आदि सैकड़ों खाद्य सामिग्री को मिलाकर अन्नकूट प्रसाद बनाया गया जिसका भोग श्रीगिरिराज महाराज को लगा, प्रसाद लोगों एवं परिक्रमार्थियों ने खाया।
युवती चांदनी ने बताया कि वे गिरिराज जी के लिए घर से पकवान बनाकर लाई हैं। उनकी बस एक ही कामना है कि कैसे उनकी गिरिराज जी भक्ति बढ़ती जाये। मुखारबिंद मंदिर जतीपुरा आन्यौर के सेवायत अशोक मुखिया ने बताया कि रात 12 बजे तक श्रद्धालु परिक्रमा करने के बाद मथुरा रवाना होंगे। गिरिराज जी के अभिषेक के लिए राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेश, दिल्ली, गुजरात, एनसीआर से श्रद्धालु आए हैं।
मथुरा में सोमवार को यम द्वितीया पर यमुना में स्नान करेंगे। गोवर्धन के गिरिराज मुखारबिंद मानसी गंगा, देवकीनंदन महाराज, हरदेव महाराज मंदिर में अन्नकूट का भोग लगाकर प्रसाद बांटा गया।