पाकिस्तानी मंत्री का पुलवामा कबूलनामे के बाद राहुल जवाब देंः राजनाथ सिंह
पटना। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जब पुलवामा में आतंकियों ने हमारे 40 जवानों की हत्या कर दी थी तो कांग्रेस हमारी नीयत पर सवाल उठा रही थी। जब हमने पुलवामा हमले में पाकिस्तान का हाथ बताया था तो सबूत मांगे जा रहे थे। अब पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में मंत्री फवाद चौधरी ने बयान देकर सच को सामने ला दिया है। पाकिस्तानी मंत्री ने कबूल किया कि पुलवामा में हमला इमरान सरकार ने कराया। इसके बाद कांग्रेसियों सहित सभी विपक्षी दलों की बोलती बंद है। वे देश की सुरक्षा से जुड़े काम पर सवाल उठाकर पाकिस्तान को ताकत दे रहे हैं।
पीरपैंती (भागलपुर) के शेरमारी स्थित प्रगति मैदान में शुक्रवार को भाजपा प्रत्याशी ललन पासवान के पक्ष में चुनावी सभा में उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले को पड़ोसी देश पाकिस्तान ने स्वीकार कर लिया है। इस नापाक कबूलनामे के बाद भी कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी चूप हैं। उन्हें देश को जबाव देना चाहिए। जब केंद्र सरकार ने उस घटना के बाद पाकिस्तान को मुंहतोड़ जबाव कार्रवाई की थी तो विपक्ष के लोग हिसाब मांग रहे थे। अब विपक्षियों को आगे आकर देश को जबाव देना चाहिए की सरकार की कार्रवाई सही थी या गलत।
उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिये और अलग बंग्लादेश बना था तो अटल बिहारी वाजपेयी ने संसद में उनकी सराहना की थी। लेकिन, आज कांग्रेस का एक ही काम रह गया है सरकार की उपलब्धियों पर संदेह और सवाल खड़े करना। इस मौके पर केंद्रीय रक्षा मंत्री ने केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और बेहतर बिहार बनाने के लिए एनडीए प्रत्याशी के पक्ष में लोगों से वोट मांगा। कहा, राज्य में एनडीए प्रत्याशी के पक्ष में हवा बह रही है। राज्य में एक बार फिर नीतीश की अगुवाई में एनडीए की सरकार बनेगी।
चीन को हमारे देश के वीर सपूतों ने जो शौर्य का परिचय दिया, काबिले तारिफ
राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा सुरक्षा के नाम पर दलगत भावना से ऊपर उठकर काम करना चाहिए। लेकिन, भारत-चीन विवाद पर विरोधी कहते हैं कि चीन ने भारत की जमीन हड़प ली है। उन्होंने कहा कि सेना की उपलब्धियों का अगर हम खुलासा कर दें तो आप सभी खुशी से उछल पड़ेंगे। गलवान में बिहार के 20 जवानों ने शहादत देकर देश की रक्षा की। बिहार बहादुरों की धरती है। चीन के साथ हमारे देश के वीर सपूतों ने जो शौर्य का परिचय दिया है वह काबिले तारीफ है। देश को अपने वीर जवानों पर गर्व है।