ग्वालियर : लाल सिंह आर्य का बड़ा बयान, कहा- दलित समाज को वोट बैंक समझती है कांग्रेस
ग्वालियर। हमारा लक्ष्य जनकल्याण है, क्षेत्र का विकास है और कांग्रेस का लक्ष्य जनता को धोखा देना और उनको भ्रमित करना है। 2018 विधानसभा के चुनावों में कांग्रेस ने प्रदेश की जनता को फार्म भरवाए गए थे कि हम किसानों का कर्ज माफ करेंगे, युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देंगे और प्रदेश की जनता से कहा कि अगर भाजपा जीती तो संविधान खत्म हो जाएगा। कांग्रेस ने हमेशा से दलितों को सिर्फ वोट बैंक ही समझा है। उनके लिए कुछ किया नहीं है। यह बात पत्रकारों से चर्चा करते हुए अजा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालसिंह आर्य ने कही है।
लाल सिंह आर्य ने आरोप लगाते हुए कहा कि कमलनाथ के 15 माह के शासन में जनकल्याण के लिए एक भी योजना नहीं बनी। उन्होंने ग्वालियर-चंबल अंचल को 15 मिनिट का समय भी नहीं दिया। भाजपा समरसता की बात करती है और कांग्रेस समाज को आपस में लड़ाती है। आज देश का दलित वर्ग अंगड़ाई ले चुका है, वह कांग्रेस को अच्छी तरह से समझ चुका है।
कांग्रेस दलित वर्ग को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करती है। हम दलित वर्ग को वोट बैंक के रूप में नहीं मानते। हम चाहते हैं कि दलित का सम्मान हो। कांग्रेस दलित विरोधी है, गरीब विरोधी है, किसान विरोधी है, युवा विरोधी है, महिला विरोधी है, इसलिए इन उपचुनावों में कांग्रेस को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के चाल-चेहरे और चरित्र में सच्चाई नहीं दिखाई देती। वह करते कुछ हैं और बोलते कुछ हैं। कमलनाथ ने भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी पर अमर्यादित टिप्पणी करके अपनी मानसिकता जाहिर कर दी। इसका देश के दलित वर्ग और सभी समाजों ने पुरजोर विरोध किया। राहुल गांधी के कहने पर भी उन्होंने माफी नहीं मांगी। उन्होंने कहा कि दमोह के कांग्रेस विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं। कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं को लग रहा है कि कांग्रेस की नाव डूब रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में देश की रैलियों में जब कांग्रेस मुक्त भारत की कल्पना की थी तब कांग्रेस के नेता इसका विरोध कर रहे थे, लेकिन आज पीएम मोदी की बात सही साबित हो रही है। कांग्रेस की आत्मा सत्ता में बसती है।
उन्होंने कहा कि मैं लगातार सात दिन बिहार चुनाव के दौरे पर था, बिहार में एनडीए की सरकार निश्चित रूप से बन रही है। कांग्रेस अगर दो अंक तक पहुंच जाए तो यह बहुत बड़ी बात होगी। उन्होंने कहा कि मप्र उपचुनावों में मैं 25 विधानसभा क्षेत्रों में पहुंच चुका हूं। मैंने अजा मोर्चा के सम्मेलनों में, कार्यकर्ताओं की बैठकों में एवं जनसंपर्क में भाग लिया। जब जनता से सीधी बातचीत में मैं अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि मप्र की 28 की 28 सीटों पर कमल खिल रहा है। कांग्रेस के नेता हताश और निराशा में डूबे हैं।