भोपाल : भाजपा ने चुनाव आयोग से की राज्य महिला आयोग अध्यक्ष शोभा ओझा की शिकायत
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष शोभा ओझा की शिकायत चुनाव आयोग से की है। पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को चुनाव आयोग पहुंचकर शोभा ओझा, कांग्रेस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा की शिकायत कर कार्यवाही की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक संतोष शर्मा, अधिवक्ता दीपक खरे शामिल थे।
भारतीय जनता पार्टी की ओर से चुनाव आयोग को की गई शिकायत में कहा है कि मध्यप्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने संवैधानिक पद पर रहते पत्रकार वार्ता लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री के विरूद्ध अत्यंत आपत्तिजनक शब्द ‘‘घड़ियाली ऑसू’’ का उपयोग किया है जो कि घोर आपत्तिजनक है। दुर्भावनाओं से प्रेरित होकर कॉग्रेस पार्टी के पक्ष में महिला आयोग की अध्यक्ष शोभा ओझा द्वारा न सिर्फ अपने पद का दुरूपयोग किया है वरन आदर्श आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन करते हुए विधि विरूद्ध कार्य किया है। प्रतिनिधिमंडल ने उनके विरूद्व त्वरित दण्डात्मक कार्यवाही एवं पद से बर्खास्त करने की मांग की है।
कमलनाथ ने किया शासकीय रेस्टहाउस का उपयोग
शिकायत में कहा गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 20 अक्टूबर को पुनासा में चुनावी सभा के दौरान एन.बी.डी.ए. का रेस्ट हाउस जो कि शासकीय सम्पत्ति है, में अपने कार्यकर्ताओं के साथ चुनावी प्रचार-प्रसार हेतु रणनीति तैयार की, जो कि इनके द्वारा आदर्श आचार संहिता का घोर उल्लंघन है। अत: उनके खिलाफ दण्डात्मक कार्यवाही की जाए।
प्रचार के लिए किया अबोध बालक का प्रयोग
शिकायत में कहा गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं कांग्रेस आई.टी.सेल द्वारा कांग्रेस पार्टी के फेसबुक के आफिशियल पेज पर 16 अक्टूबर 2020 को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए प्रचार प्रसार हेतु अबोध बालक से विडियो बनवाकर उसका प्रयोग किया गया है तथा भगवान श्री राम-लक्ष्मण एवं माता सीता के छायाचित्र का अपने छायाचित्र के साथ चुनाव प्रचार प्रसार हेतु प्रयोग किया जा रहा है। जिसके संबंध में त्वरित दण्डात्मक कार्यवाही करते हुए कांग्रेस पार्टी के फेसबुक पेज को प्रतिबंधित करते हुए साथ ही साथ पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को उपचुनाव 2020 हेतु प्रचार प्रसार करने से प्रतिबंधित करने की मांग की है।
सज्जन सिंह वर्मा की टिप्पणी आपत्तिजनक
भाजपा की शिकायत में कहा गया है कि कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा द्वारा सार्वजनिक रूप से पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय के विरूद्ध अमर्यादित भाषा ‘‘जब भी कैलाश विजयवर्गीय का चेहरा देखता हूँ, उनमें रावण का चेहरा दिखाई देता है’ का प्रयोग किया गया है, जो आपत्तिजनक है। सज्जन सिंह वर्मा को उपचुनाव में प्रचार प्रसार हेतु प्रतिबंधित करते हुए एफ.आई.आर. दर्ज कराने जाने की मांग की है।