उज्जैन जहरीली शराब मामलाः महाकाल थाने के दो जवान निलंबित, 3 आरोपियों से पूछताछ जारी
उज्जैन। उज्जैन एसपी मनोज कुमारसिंह के अनुसार जहरीली शराब की बिक्री को लेकर महाकाल थाना भी संदेह के घेरे में आ गया है। अभी तक इस थाने के दो जवानों के नाम सामने आए हैं, जिन्हे उन्होने निलंबित कर दिया है। इससे पहले खाराकुआं थाना प्रभारी समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था।
एसपी ने बताया कि बीती रात तीनों मुख्य आरोपितों यूनुस, सिकंदर और गब्बर से पूछताछ की गई। पूछताछ में महाकाल थाने के आरक्षक संदीप खोड़े और इंद्रविजय के नाम सामने आए। इन्हें उन्होंने शनिवार को निलंबित कर दिया है। उन्होंने बताया कि आरोपितों से सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने चौंकानेवाले राज उजागर किए। इसके चलते आनेवाले दिनों में आरोपितों की संख्या बढ़ेगी।
निगम अधिकारी के बारे में जुटा रहे जानकारी
एसपी ने बताया कि तीनों मुख्य आरोपितों से पूछताछ में नगर निगम के एक अधिकारी को लेकर चौंकानेवाली जानकारियां सामने आई है। आरोपितों ने बताया कि वे अवैध वसूली भी करते थे। वहीं लॉकडाउन अवधि में नगर निगम के वाहनों से झिंझर की पोटलियों का परिवहन किया जाता था। इन तथ्यों को जांच जारी है, साथ ही नगर निगम के जिम्मेदार लोगों की जानकारी शासन को दी जा रही है। समझा जाता है कि इस मामले में राज्य शासन शीघ्र ही कार्रवाई करने जा रहा है। वहीं नगर निगम के राजस्व एवं अन्य कर विभाग में चुप्पी छा गई है।
राजपत्रित अधिकारियों की कार्यशैली भी घेरे में
लॉकडाउन अवधि में झिंझर की बिक्री को आरोपितों द्वारा स्वीकार करने के बाद कोतवाली थाना भी घेरे में आ गया है। सूत्र बताते हैं कि थानों में यदि गड़बड़ी हो रही थी, तब थाना प्रभारी के बाद सीएसपी भी रहते हैं जोकि समग्र मानीटरिंग करते हैं। ऐसे में उन तक भी यह सूचना नहीं पहुंच पाई,कैसे हो गया?