दिल्ली : संदिग्ध हालत में कमरे में लटका मिला ठेकेदार का शव
नई दिल्ली। शाहबाद डेयरी इलाके में बीते एक अक्टूबर को इस्कॉन मन्दिर में पत्थर का काम करवाने वाले ठेकेदार साही राम की उसी के घर में फंदे से लटकी लाश मिली थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया था। पुलिस को मौके पर से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ था। पुलिस ने जहां मामले को सुसाइड बताया था। परिवार वालों ने हत्या की आशंका व्यक्त की थी। परिवार वालों ने बीते शनिवार को पुलिस उपायुक्त ऑफिस में एक लिखित शिकायत भी दर्ज करवाई है। जिसमें उन्होंने बताया कि मरने से पहले साही राम ने अपनी डायरी में आरोपियों के नाम और साजिश के बारे में लिखा है। लेकिन पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है। परिवार वालों ने डायरी पुलिस को सौंप दी है। पुलिस पहले लिखी डायरी की लिखावट को फॉरेंसिक विभाग में भेजकर लिखावट की जानकारी लेगें। जिसके बाद मामले की जांच शुरू हो सकती है।
पुलिस अब मृतक के तीनों पार्टनरों से भी पूछताछ कर सकती है। जानकारी के मुताबिक एक अक्टूबर को शाहबाद डेयरी पुलिस को बी-ब्लॉक जे जे कालोनी सेक्टर 25 रोहिणी स्थित एक मकान में साही राम का शव कमरे में लटका हुआ मिला था। साही राम इस्काॅन मंदिर सेक्टर 25 रोहिणी में पत्थर का ठेकेदार था। वह मूलरूप से बोसका तहसील थाना सदर हिण्डोन जिला करोली राजस्थान का रहने वाला था। उसके 2 बेटे हैं जो पढ़ाई कर रहे हैं, जिनके पालन पोषण के लिए दिल्ली में अपने साथी पार्टनर सुमिरन, वीर सिंह, नरसी के साथ ठेका लेकर पत्थर डिजाइन का कार्य कर रहा था।
एक अक्टूबर की शाम पौने सात बजे उनके पार्टनर आदी ने उनके बेटे दीन दयाल और भतीजे गोपाल जी को राजस्थान फोन घटना की जानकारी दी थी। उसका बेटा जयपुर में पढ़ाई कर रहा था। जिसकी बाद में तबीयत काफी ज्यादा बिगड़ गई थी। भतीजे गोपाल जी और माखन लाल आदी परिवार वालों ने बताया कि दो दिन पहले राजस्थान में रह रहे बेटे दीनदयाल को घर में से एक डायरी मिली थी। जिसमें साही राम ने अपने काम और परिवार के बारे में लिखा हुआ था। उन्होंने अपनी हत्या की भी आशंका व्यक्त कर दी थी। जिसमें लिखा है अगर मेरी हत्या हो जाती है उसके जिम्मेदार ये सुमिरन ,वीर सिंह,नरसी तीनो लोग होंगे और कोई इनके अलावा नही है। पार्टनर से उसकी हिसाब के लेनदेन की हेराफेरी को लेकर कहा सुनी भी हुई थी। 31 दिसंबर 2019 को चुकुंदर के जूस में जहर देकर मारने की कोशिश की थी। थाना सदर हिण्डोन सिटी राजस्थान में 6 जनवरी 2020 को मामला दर्ज करवाया था। परिवार ने बताया पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, जबकि साही की लिखी डायरी में कातिलों के नाम और मारने की साजिश लिखी हुई है। भतीजे गोपाल सिंह ने बताया शाहबाद डेयरी पुलिस ने हमे पोस्मार्टम करा कर शव तो सौंप दिया पर हमारे बयान तक नहीं लिए हमने हत्या की आशंका जाहिर की थी। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कार्यवाई की जाएगी।