अफगान शांति प्रक्रिया के मुख्य वार्ताकार ने की प्रधानमंत्री से मुलाकात
नई दिल्ली। अफगानिस्तान के भीतर तालिबान के साथ शांति वार्ता में प्रमुख भूमिका निभा रहे अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान में स्थाई शांति और समृद्धि के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया और अफगानिस्तान में संघर्ष विराम के लिए चल रहे प्रयासों का स्वागत किया।
इस मुलाकात में ‘पड़ोस प्रथम’ की भारत की नीति के अनुरूप प्रधानमंत्री ने भारत और अफगानिस्तान के बीच मजबूत ऐतिहासिक संबंधों को अधिक प्रगाढ़ करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और आपसी हितों से जुड़े हुए मुद्दों पर चर्चा की। डॉ अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने दोहा में चल रही शांति वार्ता के विषय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जानकारी दी। बैठक में अफगानिस्तान के साथ चल रहे विकास सहयोग के बारे में भी चर्चा की गई। डॉ अब्दुल्ला ने अफगानिस्तान में भारतीय सहयोग से चल रहे 3 अरब अमेरिकी डॉलर विकास कार्यों का जिक्र किया। यह विकास कार्य अफगानिस्तान के सभी 34 प्रांतों में चल रहे हैं।
इससे पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने डॉक्टर अब्दुल्ला से बुधवार को मुलाकात कर अफगान में जारी शांति प्रक्रिया और संबंधित विषयों पर चर्चा की थी। इसमें अफगानिस्तान में बढ़ती हिंसक वारदातों और क्षेत्र की शांति व सुरक्षा के मुद्दे भी शामिल थे। डॉ अब्दुल्ला का शुक्रवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिलने का कार्यक्रम है।
अफगानिस्तान के भीतर तालिबान के साथ शांति वार्ता में प्रमुख भूमिका निभा रहे अब्दुल्ला अब्दुल्ला मंगलवार को पांच दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचे थे। डॉ अब्दुल्ला भारत सरकार के अनुरोध पर अफगान शांति प्रक्रिया में क्षेत्रीय सहमति और सहयोग के लिए एक प्रतिनिधिमंडल के साथ यहां आए हैं।
अब्दुल्ला अफगानिस्तान राष्ट्रीय सुलह परिषद (एचसीएनआर) के अध्यक्ष हैं। वह भारत में कतर के दोहा में तालिबान और अफगान सरकार के बीच जारी सुलह प्रक्रिया के बारे में विचार साझा करने आए हैं। इससे पहले वह पाकिस्तान की भी यात्रा कर चुके हैं।