भोपाल : प्रदेश को अपराधों की कैपिटल बनाने के लिए जनता से माफी मांगें कमलनाथ : राहुल कोठारी
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी लगातार यह कहती रही है कि कमलनाथ सरकार ने प्रदेश को अंधेरनगरी बना दिया था। 15 महीनों के कार्यकाल में कमलनाथ सरकार ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था चौपट कर दी थी और प्रदेश को अराजकता की स्थिति में धकेल दिया था। अब यही बात नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों से भी साबित हो गई है। शांति के टापू मध्यप्रदेश को अपराधों की कैपिटल बनाने के लिए कमलनाथ और राहुल गांधी को प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राहुल कोठारी ने वर्ष 2019-20 की एनसीआरबी रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कही।
कोठारी ने कहा कि एनसीआरबी के आंकड़ों से यह स्पष्ट हो जाता है कि कमलनाथ सरकार ने किस तरह प्रदेश को अपराध बना दिया था। बात मासूमों पर अत्याचार की हो या असहाय बुजुर्गों पर जुल्म की, कमलनाथ सरकार ने प्रदेश को हर तरह के अपराधों में शीर्ष पर पहुंचा दिया था। कोठारी ने कहा कि कमलनाथ सरकार के समय देश में दर्ज हुए पाक्सो एक्ट के 1116 मामलों में से 214 मामले मध्यप्रदेश में दर्ज हुए, जो सबसे ज्यादा है। इसी तरह एससी/एसटी/एट्रोसिटी एक्ट के देश भर में दर्ज किए गए 195 मामलों में से 38 मामले मध्यप्रदेश में दर्ज किए गए। पूरे प्रदेश की पुलिस और प्रशासन तंत्र को तबादलों की आग में झोंक देने वाली कमलनाथ सरकार को असहाय बुजुर्गों पर भी दया नहीं आई। इस सरकार के समय देश भर में दर्ज हुए वृद्धजनों पर हमले के 6000 मामलों में से 2000 मामले मध्यप्रदेश में दर्ज हुए हैं। कोठारी ने कहा कि ये आंकड़े बताते हैं कि 2019-20 में कमलनाथ सरकार के दौरान कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदेश को माफिया प्रदेश बनाकर रख दिया था और इसके लिए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
प्रदेश प्रवक्ता कोठारी ने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश की जनता से झूठ बोलकर, धोखा देकर कांग्रेस की जो सरकार बनाई थी, उस सरकार ने 10 दिनों में कर्जा माफ नहीं किया। बिजली का बिल हॉफ नहीं किया। हां, उस सरकार ने पूरे देश में प्रदेश की प्रतिष्ठा को साफ करने का काम जरूर किया है। कोठारी ने कहा कि अपनी सरकार की इस नाकामी के लिए राहुल गांधी को प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इन आंकड़ों को लेकर प्रदेश में होने जा रहे उपचुनाव में जाएगी और जनता को कमलनाथ सरकार का सच बताएगी।