नई दिल्ली : कृषि अधिनियम के खिलाफ एनएसयूआई का एक दिवसीय सत्याग्रह
नई दिल्ली। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के कार्यकर्ता रायसीना रोड स्थित केंद्रीय कार्यालय पर कृषि अधिनियमों के खिलाफ एक दिवसीय सत्याग्रह कर रहे हैं। अपने शान्तिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने सरकार को जन विरोधी और किसान विरोधी बताया है।
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने कृषि अधिनियमों को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि गांधी जी ने सत्य के मार्ग पर चलने और सत्याग्रह का मार्ग अपनाने की बात कही थी। इसी के तहत आज हमने सरकार के जनविरोधी कानून के खिलाफ सत्याग्रह का मार्ग अपनाया है। उन्होंने कहा कि एनएसयूआई पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के “जय जवान-जय किसान” के नारे के तहत किसानों के संघर्ष में अपनी भूमिका का निर्वाह करने में लगी है।
वहीं उत्तर प्रदेश के हाथरस की घटना को लेकर नीरज कुंदन ने कहा कि आदित्यनाथ सरकार गरीब मजलूमों को न्याय दिलाने की जगह उनकी आवाज दबाने में लगी है। पुलिस और प्रशासन के तमाम अधिकारी हाथरस में इसी एक मंतव्य से काम कर रहे हैं। तभी तो विपक्षी नेताओं को हाथरस जाने से रोका जा रहा है। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि एनएसयूआई पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और उन्हें न्याय दिलाने के लिए संघर्षरत है।