बिहार विधानसभा चुनाव : सुबह से रात तक चल रहा है जागरुकता कार्यक्रम
बेगूसराय : बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद अभी गठबंधन दलों के बीच सीटों का बंटवारा और प्रत्याशी का चयन भले ही नहीं हुआ है लेकिन प्रशासन चुनाव की तैयारी में जोर-शोर से लगा हुआ है। यूं तो चुनाव से पहले हर बार प्रशासनिक स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाते थे लेकिन इस बार बहुत कुछ बदला हुआ है, बेगूसराय में दिन-रात लगातार जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। ताकि पिछले चुनाव के वोट प्रतिशत 63.08 को बढ़ाया जा सके।
जिले में लगातार कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं लेकिन चिन्हित किए गए लो-वोटिंग वाले 200 मतदान केंद्र से संबंधित इलाके में जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा के निर्देश पर स्वीप कार्यक्रम के तहत आईसीडीएस एवं जीविका ग्राम संगठनों द्वारा विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का विशेष आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में जिले के विभिन्न जीविका महिला ग्राम संगठनों द्वारा रात में कैंडल मार्च का आयोजन कर मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित किया गया है।
छौड़ाही की गंगा जीविका ग्राम संगठन, मासूम जीविका ग्राम संगठन, वीरपुर, बखरी एवं मटिहानी प्रखंड के विभिन्न जीविका संगठनों, ओम शांति महिला ग्राम संगठन खोदावंदपुर, गणेश जीविका महिला ग्राम संगठन अमारी, सम्राट जीविका महिला ग्राम संगठन चेरिया बरियारपुर, चमेली जीविका महिला ग्राम संगठन मटिहानी द्वारा कैंडल मार्च का आयोजन किया गया। इसी तरह बाल विकास परियोजना केंद्रों द्वारा भी पोषण माह की गतिविधियों के साथ-साथ मतदाताओं को जागरूक करने के भी कार्य किए जा रहे हैं।
पोषण माह के तहत लोगों को पोषण के प्रति जागरूक किए जाने के साथ-साथ विधानसभा चुनाव के दौरान अधिकाधिक सहभागिता के लिए डोर-टू-डोर विजिट, पदयात्रा एवं शपथ आदि कार्यक्रमों के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है। मंसूरचक में आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिकाओं द्वारा दीवार पर मतदान संबंधी स्लोगन को उकेर कर, बेगूसराय सदर प्रखंड में मेंहदी प्रतियोगिता, दीवार लेखन, शपथ कार्यक्रम, रंगोली प्रतियोगिता, बछवाड़ा में रंगोली प्रतियोगिता एवं दीवार लेखन, बखरी में पोषण माह से संबंधित कार्यक्रमों के साथ-साथ मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा ने बताया कि उक्त सभी कार्यक्रमों के दौरान मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं, दिव्यांग (पीडब्ल्यूडी) मतदाताओं, 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं एवं कोविड संक्रमित व्यक्तियों को दी जाने वाली सुविधाओं के साथ-साथ कोविड के मद्देनजर मतदान केद्रों पर की जाने वाली व्यवस्थाओं के संबंध में अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करते हुए मतदान के लिए प्रेरित किया जा रहा है।