एनकाउंटर के बाद विकास दुबे के खुले कई राज, यूपी ही नहीं दुबई और थाईलैंड में भी थी विकास दुबे की प्रॉपर्टी !
उत्तर प्रदेश के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद कई अहम खुलासे हो रहे हैं। जिससे लोग बहुत चौक जाएंगे। बता दें कि अगर कोई व्यक्ति ₹200000 से ज्यादा कि राशि अघोषित रूप से अपने बैंक में जमा कर दें तो आयकर विभाग का नोटिस उसे पहुंच जाता है। लेकिन विकास दुबे कुछ अलग ही पर्सनैलिटी थे। विकास दुबे ने केवल एक बैंक खाते से करोड़ों रुपए का लेनदेन किया था और आयकर विभाग को इस बात की खबर तक नहीं लगी।
बता दें कि मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार होने के बाद विकास दुबे उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दिया गया। हालांकि उत्तर प्रदेश पुलिस बता रही है कि जब उन्हें विकास दुबे को सौंपा गया और जब वह विकास दुबे को कानपुर ले जा रहे थे तो बीच रास्ते में जिस गाड़ी में विकास दुबे बैठा था वह गाड़ी एक्सीडेंट की वजह से पलट गई और फिर विकास दुबे ने भागने की कोशिश की। इस दौरान उसने कॉन्स्टेबल की पिस्टल भी छीन ली थी और पुलिस पर गोलियां बरसाई थी। जिसके बाद मुठभेड़ में विकास दुबे को उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने मार गिराया। ऐसे में अब प्रवर्तन निदेशालय ने कानपुर पुलिस से गैंगस्टर विकास दुबे उनके परिवार और करीबी सहयोगियों की चल अचल संपत्ति का ब्यौरा मांगा है।
सूत्रों के अनुसार विकास दुबे के एक सहयोगी ने दुबई और थाईलैंड में गेस्ट हाउस खरीदे थे जिसकी कीमत 30 करोड़ रुपए बताई जा रही है। विकास दुबे ने पिछले 3 सालों में 14 देशों की यात्रा की। हाल ही में उसने लखनऊ में एक घर खरीदा है जिसकी कीमत 20 करोड़ रुपए से ऊपर बताई जा रही है।
इतना ही नहीं कानपुर के अंदर ब्रह्मानगर में 6 मकान , आर्य नगर के एक अपार्टमेंट में 8 फ्लैट और पनकी में एक डुप्लेक्स कोठी की जानकारी भी मिली है। यह सब विकास दुबे की बताई जा रही है। इनकी अनुमानित कीमत 28 करोड़ रुपए आंकी गई है। विकास और उसके सहयोगियों के बीच बैंक के जरिए लेनदेन के ठोस सबूत मिल चुके हैं इसके बावजूद आयकर विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी जबकि प्रदेश में बेनामी विंग की शाखा केवल कानपुर में है।
वही ईडी ने 7 जुलाई को कानपुर पुलिस को दिए एक शासकीय सूचना में विकास दुबे, उनके परिवार के सदस्यों और सहयोगियों के खिलाफ मनी लांड्रिंग एक्ट 2002 के प्रावधानों के तहत चल अचल संपत्ति का विवरण एकत्र करने के निर्देश देने का आदेश दिया था। इसके अलावा ईडी ने इन सब के खिलाफ आपराधिक मामले पर विवरण भी मांगा है। विकास दुबे एक बेहद खतरनाक अपराधी था जिसमें 8 पुलिसकर्मियों को शहीद कर दिया था। यही नहीं विकास दुबे पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने 500000 का इनाम भी रखा था।