एनकाउंटर के बाद भी पुलिस को विकास दुबे के गुर्गों की तलाश, मामले में दो लोगों की हुई गिरफ्तारी
उत्तर प्रदेश के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है। हालांकि पुलिस लगातार विकास दुबे और उसके गैंग को शरण देने वाले लोगों पर शिकंजा कस रही है। ऐसे में ग्वालियर के रहने वाले 2 लोगों को पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार भी कर लिया है। इन दोनों पर कानपुर कांड में शामिल आरोपी शिवम दुबे और शशिकांत मंडे को शरण देने का आरोप है। कानपुर गोली कांड में आरोपी शशिकांत पांडे और शिवम दुबे को ग्वालियर निवासी ओम प्रकाश पांडे और अनिल पांडे ने अपने घर में छुपाया था। एसटीएफ ने ओमप्रकाश और एंड पांडे को गिरफ्तार कर लिया है।
यानी एनकाउंटर के बाद भी उत्तर प्रदेश पुलिस विकास दुबे के गुर्गों कि तलाश में जुटी है और उन पर शिकंजा भी कसती जा रही है। आरोप है कि विकास दुबे के दो साथियों को इन्होंने अपने यहां शरण दी थी पुलिस का कहना है कि इन दोनों के खिलाफ भी कानपुर में केस दर्ज है। अगर ऐसा है तो पुलिस इन पर बड़ी कार्रवाई कर सकती है।
हालांकि कल ( शुक्रवार) के दिन उत्तर प्रदेश के मोस्ट वांटेड क्रिमिनल विकास दुबे को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। 8 पुलिसकर्मियों को शहीद करने वाले और 5 लाख के इनामी बदमाश विकास दुबे कानपुर कांड के बाद से ही फरार हो गया। जिसके बाद पुलिस लगातार इस खतरनाक अपराधी को ढूंढने में लगी हुई थी। उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने के लिए 50 टीमें तैनात की हुई थी। हालांकि विकास दुबे उत्तर प्रदेश पुलिस के हाथ तो लगा ही नहीं था। विकास दुबे कानपुर से फरीदाबाद तक पहुंच गया था जिसके बाद वह उज्जैन भी पहुंचने में कामयाब रहा हालांकि उज्जैन पुलिस ने विकास दुबे को अपनी गिरफ्त में ले लिया।
इस सबके बाद उज्जैन पुलिस ने विकास दुबे को उत्तर प्रदेश पुलिस के हवाले किया और जिसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस गैंगसर विकास दुबे को कानपुर ला रही थी लेकिन बीच रास्ते में विकास दुबे जिस गाड़ी में बैठा था उसका एक्सीडेंट हो गया और जब विकास दुबे ने भागने की कोशिश की तो पुलिस ने उसे मौके पर गोली मार दी बताया जा रहा है कि विकास दुबे ने भी फायरिंग की थी जो पिस्टल विकास दुबे ने एक कॉन्स्टेबल से छीन ली थी।