विकास दुबे को लेकर जा रही गाड़ी कैसे पलटी? कैसे हुआ यह बड़ा हादसा? अब STF ने दी पूरी जानकारी
आज उत्तर प्रदेश के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे को एनकाउंटर में मार गिराया गया है। ऐसे में आप उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स ने इसको लेकर एक बड़ी जानकारी दी है। एसटीएफ ने एनकाउंटर में गैंगस्टर विकास दुबे को मार गिराया था जिसके बाद अब एसटीएफ ने बताया है कि विकास दुबे को लेकर जा रही गाड़ी कैसे हादसे का शिकार हुई थी। एसटीएफ के मुताबिक काफिले के सामने एक गाय भैंस का झुंड भागते हुए रास्ते पर आ गया था। ड्राइवर ने इन जानवरों को दुर्घटना से बचाने के लिए गाड़ी को अचानक से मोड़ दिया। गाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गई।
ऐसी अपने बताया कि इस हादसे में कुछ पुलिसकर्मियों को चोट आई। विकास दुबे इस हादसे का फायदा उठाकर भागने का प्रयास करने लगा लेकिन मैं ऐसा फल रहा और उसको मार गिराया गया। एसटीएफ ने यह बड़ी जानकारी दी है लेकिन बावजूद इसके विपक्ष लगातार सरकार पर निशाना साध रहा है। पुलिस के मुताबिक विकास की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई है। उसके साथ मौजूदा 4 पुलिसकर्मी भी घायल हुए, फिर विकास दुबे ने उनका रिवाल्वर छीना और भागने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस की कार्यवाही में विकास दुबे को गोली लगी और अस्पताल पहुंचकर विकास दुबे की मौत हो गई।
उत्तर प्रदेश पुलिस की थ्योरी के बाद सोशल मीडिया से लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर निशाना साधा रहा है और इस एनकाउंटर पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। हालांकि अब ऐसी अपने इस घटना की पूरी जानकारी दी है।एसटीएफ ने कहा कि कानपुर के पास कन्हैयालाल अस्पताल के सामने राष्ट्रीय राजमार्ग पर गाय भैंस का झुंड भागते हुए आ गया। लंबी यात्रा से थके हुए ड्राइवर ने जानवरों को दुर्घटना से बचाने के लिए अपने वाहन को अचानक से मोड़ दिया जिसके कारण गाड़ी पलट गई।
एसटीएफ ने बताया कि अचानक हुई इस घटना से इस वाहन में बैठे हुए पुलिसकर्मी घायल हो गए और विकास दुबे ने भागने का प्रयास किया उसने पुलिस अधिकारी की पिस्टल भी छीनी पिस्टल छीन कर वे हाईवे से उतर कर नीचे की और कच्चे मार्ग पर भागने लगा। पीछे से आ रही दूसरी गाड़ी में बैठे पुलिस अधिकारी दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी के पास पहुंचे। घायल पुलिसकर्मियों ने उन्हें बताया कि विकास दुबे अचानक हुई इस घटना का लाभ उठाकर पुलिस अधिकारी रमाकांत चौधरी की सरकारी पिस्टल छीनकर कच्ची सड़क की ओर भाग गया।
इसके बाद अन्य पुलिस अधिकारियों ने उसका पीछा किया लेकिन विकास दुबे छीनी हुई पिस्टल से फायरिंग करने लगा। एसटीएफ ने कहा कि अपराधी को जिंदा पकड़ने की पूरी कोशिश की गई। पुलिस अधिकारी उसके काफी नजदीक भी पहुंच गए थे। लेकिन उसने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। कोई अन्य विकल्प होने के कारण पुलिस कर्मियों को भी जवाबी फायरिंग करनी पड़ी। जिसमें विकास दुबे घायल हो गया उसे इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।