आरोग्य सेतु का इस्तेमाल करने वाले लोगों को च्यवनप्राश पुरस्कार में मिले, अखिलेश यादव की केंद्र को सलाह
कोरोना वायरस को लेकर शुरुआत से एक बात कहीं जा रही है कि जिन लोगों की इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो उन लोगों को यह बीमारी जल्द ही अपनी चपेट में ले लेती है। ऐसे में लगातार कहा जा रहा है कि अपनी इम्यूनिटी बढ़ाई जाए जिससे लोग कोरोनावायरस जैसी घातक बीमारी से निपट पाएं। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और आयुष मंत्रालय की ओर से समय-समय पर इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए सलाह और सुझाव जारी किए जाते रहे हैं। ऐसे में आयुष मंत्रालय की तरफ से इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए काढ़े और चवनप्राश के सेवन की सलाह दी जा रही है। ऐसे में अखिलेश यादव ने सरकार को इस पर भी सलाह दी है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का कहना है कि आरोग्य सेतु का उपयोग करने पर लोगों को च्यवनप्राश पुरस्कार स्वरूप दिए जाएं तो लोग प्रोत्साहित होंगे। अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर कहा है कि “आयुष मंत्रालय की तरफ़ से TV पर दिखा रहे हैं कि कोरोना से बचने के लिए काढ़े व च्यवनप्राश का सेवन करना चाहिए. यदि ये वैज्ञानिक रूप से सिद्ध उपाय हैं तो संकटकाल में सरकार इनकी मुफ़्त आपूर्ति करे।”
उन्होंने आगे लिखा है कि ‘आरोग्य सेतु’ का उपयोग करने पर ये पुरस्कार स्वरूप दिये जाएं तो लोग प्रोत्साहित होंगे।’ वही आपको बता देंगे इससे पहले अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी सलाह दी थी कि आइसोलेशन वार्ड में मोबाइल बैन करने की बजाय सैनिटाइज किया जाना चाहिए। वही योगी आदित्यनाथ ने अपने आदेश में आइसोलेशन वार्ड में मोबाइल फिर दोबारा इजाजत दे दी थी। इसी के साथ उन्होंने आइसोलेशन में जाने से पहले और आइसोलेशन से निकलने के बाद मोबाइल को डिसइनफेक्ट करे जाने की बात कही थी।
दरअसल योगी सरकार द्वारा पहले आइसोलेशन वार्ड में मरीजों के मोबाइल पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। जिसकी आलोचना हर तरफ से की जा रही थी। विपक्ष ने भी योगी आदित्यनाथ के इस कदम का विरोध किया था। जिसके अगले ही दिन योगी सरकार द्वारा आदेश दिया गया कि आइसोलेशन वार्ड में जाने से पहले मरीज को बताना होगा कि उसके पास मोबाइल और चार्जर है जिससे डिसइनफेक्ट किया जाएगा। इसके बाद जब मरीज डिस्चार्ज होगा तो फिर एक बार उसका मोबाइल डिसइनफेक्ट करके उसे वापस किया जाएगा। ऐसे में अब अखिलेश यादव ने सरकार को फिर एक बार सलाह दी है कि आरोग्य सेतु एप का इस्तेमाल करने पर लोगों को चवनप्राश मुफ्त में दिया जाए।