संभल में सपा दलित नेता और उसके बेटे की सरेआम गोली मारकर हत्या, गांव में मचा हड़कंप
जनपद सम्भल के बहजोई थाना इलाके के शमशोई गांव में मंगलवार सुबह समाजवादी पार्टी के दलित नेता और उनके बेटे की सरेआम गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई। हत्या के पीछे मनरेगा के तहत बनाई जा रही सड़क का विरोध बताया जा रहा है। गांव के ही कुछ दबंग इस सड़क का विरोध कर रहे थे। दिन निकलते ही हुई सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड के बाद पुलिस अधीक्षक के साथ ही आईजी भी मौके पर पहुंचे थे। हालांकि हत्यारोपी अभी पुलिस पकड़ से दूर हैं।
समाजवादी पार्टी के नेता छोटे लाल दिवाकर की पत्नी गांव की प्रधान हैं। ऐसे में उनका भी ज्यादातर काम छोटेलाल दिवाकर ही देखते थे। छोटे लाल दिवाकर मंगलवार की सुबह अपने बेटे सुनील दिवाकर के साथ गांव की आबादी के बाहर मनरेगा से बन रही सड़क का जायजा लेने गए थे। आरोप है कि इसी दौरान गांव के ही कुछ दबंग वहां पहुंच गए और आगे अपने खेत होने का हवाला देते हुए सड़क निर्माण का काम आगे न बढ़ाने की हिदायत दी। जब छोटे लाल दिवाकर ने ऐसा करने से इंकार कर दिया तब दबंगों ने छोटे लाल दिवाकर की गोली मारकर हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि बेटे सुनील ने जान बचाकर भागने का प्रयास किया, लेकिन हत्यारों ने उसे भी गिराकर मौत के घाट उतार दिया।
इन दोनो हत्या में शामिल सर्वेंद्र ओर जितेंद्र के 4 लोग और है जो कि ग्राम के ही दबंग है। पुलिस ने तीन टीम बनाई है आरोपियों की गिफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। छोटे लाल दिवाकर को समाजवादी पार्टी ने बीते विधानसभा चुनाव में चंदौसी विधानसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया था। हालांकि बाद में यह सीट गठबंधन खाते में कांग्रेस के पास चली गई थी और छोटेलाल चुनाव नहीं लड़ पाए थे। छोटेलाल इस समय चंदौसी विधानसभा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी प्रभारी के रूप में काम कर रहे थे।
वहीं इस पूरे मामले पर समाजवादी पार्टी से जिला अध्यक्ष फिरोज खान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की जब से सरकार बनी है तो यह कोई नया काम नहीं हुआ है। किसी जाति दलित लोगों, पिछड़ी जाति के लोग हो या यादव समाज के यह लोग 2017 से जब से इनकी सरकार बनी है तब से टारगेट पर हैं। इसी का नतीजा है कि आज छोटेलाल और उसके बेटे सुनील की हत्या हुई है। इसी के साथ उन्होंने बीजेपी से सवाल किया है कि 5 साल के अंदर और कितनी हत्या रह गई हैं यह मेरा सवाल है। वह बताएं कि और कितने निर्दोष लोगों को मारना बाकी रह गया है। इतना ही नहीं समाजवादी नेता ने एनएसए लगाने तक की बात कही है।
सपा नेता फिरोज खान ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पुलिस 2 घंटे बाद आई है। उन्हें 1 घंटे पहले फोन कर दिया गया था। उन्होंने पूछा कि पुलिस 2 घंटे बाद क्यों आई? नेता ने बताया कि वह प्रत्याशी रहा है हमारी पार्टी का , वह हमारी पार्टी का सच्चा वफादार नेता था। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी प्रधान हैं और क्या प्रदान होना जुर्म है? बता दें कि अब पुलिस इस मामले की तफ्तीश में जुट गई है।