अखिलेश यादव ने कोरोना पर ‘राजनीति’ को बताया दुर्भाग्यपूर्ण, कहा-इससे मूल मुद्दों से ध्यान हटता है
दुनिया भर में कोरोना के आंकड़ें लगातार बढ़ते जा रहे हैं। भारत में भी आंकड़ा 500 के पार पहुंच गया है। सरकार कोरोना से निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। ऐसे में विपक्ष की तरफ से सरकार की व्यवस्थाओं पर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे हैं। जिस पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी है।
अखिलेश यादव ने ट्वीट किया- कोरोना का ‘राजनीतिकरण’ दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे मूल मुद्दों से ध्यान हटता है और सरकार से पूछे जानेवाले सही क्वारैंटाइन, स्क्रीनिंग, संक्रमण की जाँच, इलाज तथा दूध-दवाई, सब्ज़ी-खाद्यान्न की आपूर्ति जैसे उचित प्रश्न पीछे छूट जाते हैं। सरकार याद रखे ‘भूख’ का आइसोलेशन नहीं हो सकता
कोरोना का ‘राजनीतिकरण’ दुर्भाग्यपूर्ण है. इससे मूल मुद्दों से ध्यान हटता है और सरकार से पूछे जानेवाले सही क्वारैंटाइन, स्क्रीनिंग, संक्रमण की जाँच, इलाज तथा दूध-दवाई, सब्ज़ी-खाद्यान्न की आपूर्ति जैसे उचित प्रश्न पीछे छूट जाते हैं.
सरकार याद रखे ‘भूख’ का आइसोलेशन नहीं हो सकता.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 10, 2020
अखिलेश यादव का साफ तौर पर सरकार से उनकी कोरोना से निपटने की व्यवस्था के बारे में जानकारी जानने से है। अखिलेश यादव लगातार सरकार से सवाल कर रहे हैं कि प्रदेश में कितने लोगों की स्क्रीनिंग की गई, कितने आइसोलेशन वार्ड है, कितने लोगों की जांच हुई। अखिलेश यादव इससे पहले भी पलायन को लेकर सरकार पर हमला बोल चुके हैं। अखिलेश यादव सरकार से व्यवस्थाओं के बारे में सवाल भी पूछते रहते हैं।
गौरतलब है कि लॉक डाउन के बीच भूखे प्यासे लोग अपने घर को पलायन को मजबूर हो गए । हालांकि सरकार की तरफ से हर संभव मदद का भरोसा दिया जा रहा है लेकिन अब भी कुछ ऐसे लोग भी है जिन तक ये खाना नहीं पहुंच पा रहा।