आंधी, बारिश और ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल का किसानों ने माँगा मुआवज़ा, किसानो ने कहा नहीं मिला मुआवज़ा तो धरने पर बैठे रहेंगे
नगला सिंघी क्षेत्र में आंधी, बारिश और ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल के मुआवजे की मांग को लेकर किसान धरने पर बैठ गए। किसानों ने प्रशासनिक अधिकारियों से मुआवजे की मांग की है। किसानों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मुआवजे की मांग को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे।
सोमवार को थाना नगला सिंघी क्षेत्र के कुतुकपुर साहब में ग्रामीण धरने पर बैठ गए। ग्रामीणों का कहना है कि शनिवार रात्रि आई तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि से उनकी गेहूं, जौ और सरसों की फसल बर्बाद हो गई। इससे उन्हें लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। वह पहले से ही बैंक और साहूकारों के कर्जदार हैं। फसल बर्बाद होने के बाद वह कहीं के नहीं रहे। तेज आंधी बारिश और तूफान से उनकी फसल पूरी तरह नष्ट हो गई। ग्रामीणों ने बर्बाद हुई फसल का मुआवजा दिलवाए जाने की मांग उच्चाधिकारियों से की है। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि उन्हें मुआवजा नहीं दिया गया तो वह धरने पर बैठे रहेंगे। इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासनिक अधिकारियों की होगी। मुआवजे की मांग को लेकर पूरा गांव धरने पर बैठा हुआ है। किसानों का कहना है कि जब तक उन्हें मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे।