उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेलों के आयोजन की शानदार तैयारियां, चमक उठेगा बुनियादी ढांचा
उत्तराखंड (Uttarakhand) में प्रस्तावित 38 वें राष्ट्रीय खेलों (38th National games) को सफलतापूर्वक आयोजित कराए जाने के लिए सरकार ने कुछ अहम कदम उठाए हैं। सरकार की ओर से बुनियादी ढांचे का तेजी से विकास किया जा रहा है। वही देहरादून और हल्द्वानी मैं खेल गांव विकसित किया जाना प्रस्तावित किया गया है। जो प्री फैबरीकेटेड तकनीकी पर आधारित होगा।
राष्ट्रीय खेलों (National games) के लिए केरल प्रारूप के अनुरूप प्री फेब्रिकेटेड खेल गांव का निर्माण किया जाना है। ताकि इसका उपयोग राष्ट्रीय खेलों के अलावा कुंभ पुलिस व्यवस्था के लिए भी किया जा सके। खिलाड़ियों के अलावा अन्य प्रतिभागियों के लिए विभिन्न बिल्डरों द्वारा निर्मित खाली आवासीय परिसरों विभिन्न हॉस्टलों में आवासीय व्यवस्था की भी संभावना तलाशी जा रही है। इसके अलावा गेम्स एडवाइजरी कंसलटेंट संस्था की अधिप्राप्ति की जानी है। यह संस्था खेल आयोजन से जुड़े समस्त कार्यों के लिए तकनीकी विशेषज्ञता विभिन्न अधिप्राप्ति हेतु टेंडर मैनेजमेंट राष्ट्रीय खेल संघों भारतीय ओलंपिक संघ (Indian Olympic Association) के साथ समन्वय स्थापित करेगी। संस्था की अधिप्राप्ति निविदा के माध्यम से की जाएगी। इसके लिए राष्ट्रीय खेल केरल (Kerala) के मॉडल को अपनाया जा रहा है।
राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए तैयार की गई वेबसाइट
राष्ट्रीय खेलों (National games) के आयोजन के लिए प्रदेश सरकार की ओर से वेबसाइट www.ukng.in को लांच किया गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह (CM Trivendra Singh Rawat) रावत ने राष्ट्रीय खेल आयोजन समिति (National Sports Organizing Committee) की बैठक में इसका शुभारंभ किया। बैठक में निर्देश दिए गए कि इस वेबसाइट को अध्यवधिक रखा जाए एवं इसे उत्तराखंड राज्य की अन्य महत्वपूर्ण शासकीय वेबसाइटों के साथ लिंक किया जाए।
सरकार ने 34 खेल आयोजित कराने की दी स्वीकृति
38 वें राष्ट्रीय खेल (38th National games) में आयोजित किए जाने वाले राष्ट्रीय खेलों के लिए भारतीय ओलंपिक संघ ने 34 खेल विधाएं प्रस्तावित की है। जिसमें आर्चरी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, लोन बाउलिंग, बॉक्सिंग, साइकिलिंग, फुटबॉल, फेसिंग, गोल्फ, जिमनास्टिक, हैंडबॉल, हॉकी, जूडो, क्याकिंग, कैनोइंग, नेट बॉल, कबड्डी, खो-खो, शूटिंग, रग्बी, मॉडर्न पैथलान, रोइंग, एक्वेटिक्स , टेबल टेनिस, ताइक्वांडो, सीलिंग, टेनिस, ट्रायथलॉन, वॉलीबॉल, वेटलिफ्टिंग, रेसलिंग, वुशू खेल आयोजित कराने कि प्रदेश सरकार की ओर से स्वीकृति दी गई है।
खेल संघों के साथ समन्वय स्थापित करने के निर्देश
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (CM Trivendra singh Rawat) ने अवस्थापना विकास संबंधी नए निर्माण उच्च करण एवं सौंदर्य करण के लिए विभागीय अधिकारियों को तत्काल डीपीआर बनाने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने यह भी कहा है कि कार्यदाई संस्था खेल इकाई उत्तराखंड पेयजल निर्माण निगम डीपीआर तैयार करते समय संबंधित खेल संघों से समन्वय स्थापित कर आवश्यक तकनीकी मांगों को भी समावेशित करें ताकि आयोजन में किसी प्रकार की असुविधा ना हो।
रोड नेटवर्क का किया जा रहा है विकास
राष्ट्रीय खेलों (National games ) के लिए विभिन्न आयोजन स्थलों तक रोड नेटवर्क का विकास किया जा रहा है। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने संबंधित अधिकारियों को इस में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि इसके लिए संबंधित विभागों के साथ बैठकर कार्ययोजना पर चर्चा की जाए।
उत्तराखंड में स्पोर्ट्स के क्षेत्र में सुनहरा करियर बना सकते हैं युवा
उत्तराखंड (Uttarakhand) में खेलों के क्षेत्र में युवा सुनहरा करियर बना सकते हैं। मसलन क्रिकेट, बैडमिंटन, हॉकी, एथलेटिक्स और एडवेंचर स्पोर्ट्स में काफी संभावनाएं हैं बीते दिनों प्रदेश को बीसीसीआई की मान्यता मिलने के बाद क्रिकेट में नई संभावनाएं पैदा हुई हैं। इसके तहत युवा ना केवल खिलाड़ी के रूप में बल्कि कोच अंपायर स्कोरर सपोर्टिंग स्टाफ के रूप में भी अच्छा कर सकते हैं। प्रदेश में कई झीलें नदियां और ताल होने के कारण यहां वॉटर स्पोर्ट्स में भी अपार संभावनाएं हैं। सरकार ने टिहरी लेक को आगे बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। यहां हर साल टिहरी लेक फेस्टिवल भी आयोजित किया जा रहा है। जिसके माध्यम से भी वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा मिल रहा है। लेख में कई युवा वाटर स्पोर्ट्स के जरिए अपनी आर्थिकी को मजबूत कर रहे हैं। इसके अलावा शूटिंग चैस और कैरम बोर्ड आदि के क्षेत्र में भी रोजगार के कई अवसर हैं। देहरादून में पूर्व अंतरराष्ट्रीय शूटर जसपाल राणा अपनी एकेडमी के माध्यम से ना केवल वर्ल्ड लेवल के शूटर तैयार कर रहे हैं बल्कि युवाओं को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध करा रहे हैं। इसी तरह कई अन्य स्पोर्ट्स अकैडमी अभी नए नए प्रयोग कर खेल के क्षेत्र में अच्छा काम कर रही हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राष्ट्रीय खेल 2021 की मेज़बानी पर ये कहा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि “एशियन राष्ट्रीय और ओलंपिक सहित विभिन्न स्तरों की प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग से पहले खिलाड़ियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण के लिए यदि विदेश से भी कुछ मंगाने की जरूरत पड़ेगी तो मंगाए जाएंगे। प्रदेश के खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर सकें इसके लिए सरकार की ओर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। एशियन एवं ओलंपिक खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को सरकार निर्धारित मानक के अनुसार पदक एवं प्रतिभाग करने पर पुरस्कार स्वरूप नकद राशि देती है। उत्तराखंड राज्य 2021 में राष्ट्रीय खेल आयोजित करने में पूरी तरह तैयार है।”