बड़ा हादसा: घंटों नहीं पहुंची मदद ? 5 की दर्दनाक मौत.. पौन घंटे तक करते रहे एम्बुलेंस का इंतजार

उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में सोमवार सुबह मिट्टी का टीला ढहने से बड़ा हादसा हो गया। इस दर्दनाक घटना में 5 लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो बच्चियां भी शामिल हैं। हादसे में 4 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनका इलाज मंझनपुर मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। हादसे के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और ग्रामीणों ने प्रशासन की लापरवाही पर नाराजगी जताई।

हादसा कैसे हुआ? 2 घंटे तक खोदाई के बाद ढह गया टीला

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कोखराज थाना क्षेत्र के टीकरडीह गांव में सोमवार सुबह करीब 6 बजे गांव के 9 लोग घर की लिपाई-पुताई के लिए मिट्टी खोदने टीले पर पहुंचे थे। करीब दो घंटे तक लगातार खुदाई के बाद सुबह 8 बजे अचानक टीले का एक हिस्सा भरभराकर गिर पड़ा। मिट्टी के नीचे दबने से वहां मौजूद सभी लोग फंस गए। चीख-पुकार मचते ही आसपास के ग्रामीण मौके पर दौड़े और हाथों से मिट्टी हटाकर लोगों को निकालने की कोशिश करने लगे।

जेसीबी से हुआ रेस्क्यू, लेकिन 5 लोगों की मौत

ग्रामीणों के प्रयासों के बावजूद भारी मिट्टी के कारण दबे हुए लोगों को निकालना संभव नहीं हो पाया। इसके बाद पुलिस टीम जेसीबी मशीन लेकर मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद सभी दबे हुए लोगों को निकाला गया। इस हादसे में 5 लोगों की मौत हो चुकी थी, जबकि 4 लोग गंभीर रूप से घायल पाए गए।

मृतकों और घायलों के नाम

मृतकों की पहचान इस प्रकार हुई है:

ललिता (35 वर्ष) पत्नी राजेश कुमार

ममता (30 वर्ष) पत्नी अवधेश कुमार

उमा (15 वर्ष) पुत्री मायादीन

कछरई (55 वर्ष) पत्नी छोटे लाल

खुशी (19 वर्ष) पुत्री मूलचंद्र

घायलों के नाम इस प्रकार हैं:

मैना देवी (45 वर्ष) पत्नी राजू

सपना देवी (16 वर्ष) पुत्री भरत लाल

आक्रोश कुमार (35 वर्ष) पुत्र छोटे लाल

लक्ष्मी देवी (35 वर्ष) पत्नी लखन लाल

प्रशासन की लापरवाही पर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा

हादसे के बाद भरवारी चौकी प्रभारी धीरेंद्र राय मौके पर पहुंचे और जेसीबी के जरिए राहत कार्य शुरू कराया। हालांकि, एम्बुलेंस करीब आधे घंटे देरी से पहुंची और 2 घंटे तक कोई वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर नहीं आया। करीब 10 बजे सिराथू के एसडीएम अरुण कुमार मौके पर पहुंचे, जिसके बाद ग्रामीणों ने प्रशासन के प्रति नाराजगी जताई।

टीला पहले से था कमजोर, फिर भी होती रही खुदाई

ग्रामीणों ने बताया कि जिस टीले से मिट्टी खोदी जा रही थी, उसमें पहले से दरारें थीं। बावजूद इसके मिट्टी निकालने का काम जारी रहा। हादसे के बाद प्रशासन ने इलाके के अन्य टीलों की जांच कराने और मिट्टी खुदाई पर तत्काल रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।

पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद का वादा

हादसे की जानकारी मिलने के बाद चायल के पूर्व विधायक संजय कुमार गुप्ता भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि घटना को लेकर डीएम से बात हो चुकी है और सरकार से पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद दिलाने की कोशिश की जाएगी। वहीं, सिराथू के एसडीएम ने कहा कि घटना की जांच जारी है और पीड़ित परिवारों को सरकारी योजनाओं के तहत सहायता दी जाएगी।

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