पहलगाम हमले के बाद बड़ी कार्यवाही.. पकिस्तान भेजी गईं 4 महिलाएं, इसके बाद इन मासूमों का नंबर..

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से चार पाकिस्तानी महिलाओं को वाघा-अटारी बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान भेजा गया है। ये महिलाएं विजिटर वीजा पर भारत आई थीं और अपने रिश्तेदारों के यहां रह रही थीं। लेकिन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया था, जिसके तहत यह कार्रवाई की गई।
इन महिलाओं की पहचान रुदाबा, नौशाबा, खालिदा और सबाहत के रूप में हुई है। सभी महिलाएं विदा होते वक्त रोती नजर आईं, जिससे वहां मौजूद लोगों के मन में संवेदना भी देखी गई।
एलआईयू और एफआरआरओ की रिपोर्ट के आधार पर एक्शन
लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (एलआईयू) और विदेशी पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) दिल्ली की संयुक्त रिपोर्ट के आधार पर इन महिलाओं की पहचान की गई और कार्रवाई को अंजाम दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि वीजा की शर्तों का पालन न करने वालों के वीजा रद्द किए जा रहे हैं।
गाजियाबाद में भी दो पाकिस्तानी बच्चे होंगे वापस भेजे
गाजियाबाद के कोतवाली क्षेत्र में स्थित कैला भट्ठा कॉलोनी में रह रहे पाकिस्तान से आए दो छोटे बच्चों को भी भारत से वापस भेजा जाएगा। दोनों बच्चों की उम्र तीन और पांच वर्ष है। जांच में पता चला कि उनकी मां भारतीय मूल की है जबकि पिता पाकिस्तानी नागरिक हैं। ये दोनों बच्चे शॉर्ट टर्म वीजा पर भारत आए थे।
एफआरआरओ को भेजी गई रिपोर्ट में बच्चों की पहचान और वीजा की अवधि की पुष्टि के बाद कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
सरकार के निर्देश के बाद तेज हुई वीजा निगरानी
हालिया आतंकी हमले के बाद सरकार वीजा नियमों को लेकर और अधिक सतर्क हो गई है। सभी राज्यों को निर्देश दिया गया है कि वीजा शर्तों का उल्लंघन करने वाले विदेशी नागरिकों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए। विशेष रूप से पाकिस्तानी नागरिकों पर नजर रखी जा रही है।
केंद्र सरकार का बड़ा कदम
जम्मू-कश्मीर में बढ़ते आतंकी हमलों के बीच केंद्र सरकार का यह कदम सुरक्षा दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हालांकि मानवता की दृष्टि से यह दृश्य भावुक करने वाला रहा, जब महिलाओं और बच्चों को अपने रिश्तेदारों को छोड़कर लौटना पड़ा। सरकार और सुरक्षा एजेंसियां देश की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए आवश्यक कार्रवाई कर रही हैं।