मलेशिया के पीएम ने कहा भारत के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मलेशिया अभी छोटा देश
मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने सोमवार को भारत को लेकर एक बयान में कहा है कि वह भारत के खिलाफ किसी तरह की जवाबी कार्रवाई नहीं करेंगे । उन्होंने कहा कि ‘हम भारत के खिलाफ कोई भी जवाबी कार्रवाई करने के लिए बहुत छोटे देश हैं । हमें इस समस्या से बाहर निकलने के लिए दूसरे उपाय और साधन खोजने होंगे । इसके साथ ही महातिर ने नागरिकता संशोधन कानून को एक बार फिर अनुचित ठहराया है ।
दरअसल, पिछले पांच सालों में भारत मलेशिया से खाद्य तेल लेने वाला शीर्ष खरीददार रहा है । और मलेशिया की अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा तेल निर्यात पर टिका है । लेकिन इसी महीने भारत ने मलेशिया से खाद्य तेल के आयात पर रोक लगा दी थी । इसके चलते पिछले सप्ताह मलेशिया के खाद्य तेल की कीमतों में लगभग 10फीसदी गिरावट देखी गयी थी जो पिछले 11 सालों में सर्वाधिक साप्ताहिक गिरावट थी ।इस कदम को भारत की नीतियों के खिलाफ महातिर के हमलावर होने से जोड़ा जा रहा था । क्योंकि कश्मीर मुद्दे और नागरिकता संशोधन कानून को लेकर मलेशिया के प्रधानमंत्री तीखी आलोचना करते रहे हैं । सोमवार को भी उन्होंने नागरिकता कानून को अनुचित ठहराया ।
गौरतलब है कि कई मुद्दों पर मलेशिया और भारत के विचारों में टकराव देखा गया है । जहां पिछले तीन सालों से भारत में वांटेड विवादित इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाइक को मलेशिया ने शरण दी है । वहीं, कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के मामले में भी मलेशिया ने पाकिस्तान का समर्थन किया था । 370 को लेकर संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में महातिर मोहम्मद ने कहा था कि भारत ने कश्मीर पर कब्जा कर रखा है । उन्होंने बयान दिया था- “संयुक्त राष्ट्र के संकल्प के बावजूद, कश्मीर पर हमला कर कब्जा किया जा रहा है । इस कार्रवाई के पीछे कुछ वजहें हो सकती हैं लेकिन फिर भी ये गलत है । इस समस्या का समाधान शांतिपूर्वक तरीकों से ही होना चाहिए ।”