पूर्व क्रिकेटर Kapil Dev ने किया पदमजीत सहरावत के काव्य संग्रह ‘उड़ान’ का विमोचन

Kapil Dev मंगलवार को नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में क्रिकेट कमेंटेटर और कवि पदमजीत सहरावत के काव्य संग्रह ‘उड़ान’ का विमोचन करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

– जहां पैशन है, वहां स्ट्रगल की बात करना बेमानी है- Kapil Dev

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और वर्ल्ड कप विजेता Kapil Dev ने कहा कि जब कोई व्यक्ति अपने पैशन को प्रोफेशन बना लेता है तो वहां संघर्ष का सवाल खत्म हो जाता है, क्योंकि पैशन में स्ट्रगल नहीं, अपनी इच्छा और खुशी होती है। उन्होंने कहा कि दूसरों को इंप्रेस करने की बजाय पहले खुद को पहचानना जरूरी है, तभी कामयाबी आपके पास आएगी।

Kapil Dev मंगलवार को नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में क्रिकेट कमेंटेटर और कवि पदमजीत सहरावत के काव्य संग्रह ‘उड़ान’ का विमोचन करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। पुस्तक में सहरावत की कुछ प्रेरणादायक कविताओं को संग्रहीत किया गया है। कपिल देव ने चुटकी लेते हुए कहा कि एक क्रिकेटर से बड़ा चोर कोई नहीं होता, वह रन चुराता है। लेकिन उसकी चोरी भी सकारात्मक है और जीवन के प्रति ऐसा ही सकारात्मक दृष्टिकोण पदमजीत सहरावत की कविताओं में देखने को मिलता है। उन्होंने ‘उड़ान’ के माध्यम से जीवन जीने के नए, सुगम और प्रेरणादायक रास्ते दर्शाने का प्रयास किया है। अपने काव्य संग्रह की चर्चा करते हुए पदमजीत सहरावत ने कहा कि उन्होंने अपनी कविताओं के जरिये पाठकों को जीवन की विभिन्न परिस्थितियों से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने का मार्गदर्शन देने का प्रयास किया है। पदमजीत सहरावत कवि और क्रिकेट कमेंटेटर के अलावा गायक, संगीतकार और मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं। उन्होंने कई प्रतिष्ठित टूर्नामेंट्स, जैसे रणजी ट्रॉफी और देवधर ट्रॉफी में भाग लिया है और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय खेल चैनलों के लिए कमेंट्री भी की है। संगीत और मोटिवेशन का अद्भुत संगम उनके व्यक्तित्व की खासियत है। उनकी गायन शैली और प्रेरणादायक विचार लोगों को जीवन के कठिन समय में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास प्रदान करते हैं।

Kapil Dev मंगलवार को नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में क्रिकेट कमेंटेटर और कवि पदमजीत सहरावत के काव्य संग्रह ‘उड़ान’ का विमोचन करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

Kapil Dev ; नई दिल्ली। इंडिया इंटरनेशनल सेंटर (आईआईसी) के मल्टीपर्पज हॉल में मंगलवार को कानूनी विशेषज्ञ सुनील कुमार पाठक की किताब ‘लीगल फर्स्ट एड’ का विमोचन हुआ। पुस्तक विमोचन समारोह में भारतीय लॉ फर्म्स के अध्यक्ष और बार एसोसिएशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष डॉ. ललित भसीन मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। पुस्तक चर्चा में हिस्सा लेते हुए डॉ. भसीन ने कहा कि आज पूरे देश में 6 करोड़ केस लंबित हैं। लोगों को समय पर न्याय न मिल पाना चिंता का विषय है। ऐसे में आम लोग मुकदमेबाजी के खतरे उठाने की बजाय समझौता करना बेहतर समझते हैं। लेकिन सवाल ये है कि न्याय कहां है? सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता और पूर्व अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल डॉ. पिंकी आनंद और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रमोद दुबे ने गेस्ट ऑफ ऑनर के तौर पर पुस्तक चर्चा में हिस्सा लिया। डॉ. पिंकी आनंद ने कहा कि अदालत तक आम आदमी की पहुंच कम है, लोगों के पास ज्ञान का भी अभाव है। कानून की बेसिक समझ होना बहुत जरूरी है, जिसमें ऐसी पुस्तक मददगार साबित हो सकती है। एडवोकेट प्रमोद दुबे ने कहा कि कानूनी मुद्दों को जमीनी स्तर पर उठाया जाना चाहिए। जागरूकता बहुत जरूरी है, हमें इस पर ध्यान देना चाहिए। ज्ञान की कमी के कारण लोग अदालत की ओर दौड़ते हैं। इसलिए यह पुस्तक समय की मांग है।

Kapil Dev मंगलवार को नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में क्रिकेट कमेंटेटर और कवि पदमजीत सहरावत के काव्य संग्रह ‘उड़ान’ का विमोचन करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

पुस्तक के लेखक सुनील कुमार पाठक ने बताया ‘लीगल फर्स्ट एड’ आम नागरिकों को कानूनी अधिकारों और प्रक्रियाओं की जानकारी प्रदान करने के लिए लिखी गई है। यह किताब हर व्यक्ति के लिए एक कानूनी गाइड की तरह है, जो विभिन्न प्रकार के अपराधों, अधिकारों और कानूनी प्रक्रिया को सरल और व्यावहारिक तरीके से समझाती है। इस किताब में कानूनी अधिकार और विभिन्न अपराधों के लिए प्रावधान, किसी भी कानूनी स्थिति में सही कदम उठाने के तरीके, पुलिस जांच, सबूतों का प्रबंधन और कोर्ट की कार्यवाही की प्रक्रिया जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल किए गए हैं।

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लेखक के मुताबिक किताब को एक “फर्स्ट एड किट” के रूप में तैयार किया गया है, जिससे नागरिक कानूनी चुनौतियों का आत्मविश्वास और समझदारी के साथ सामना कर सकें। पुस्तक चर्चा में देश के कई जाने-माने कानूनी विशेषज्ञ और विद्वान पैनलिस्ट के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन ट्रस्ट लीगल के मैनेजिंग पार्टनर सुधीर मिश्रा ने किया।

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