“12 साल बाद अंतरिक्ष में कदम: Sunita Williams की ऐतिहासिक वापसी”
Sunita Williams एक बार फिर से अंतरिक्ष में अपनी काबिलियत का प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं। 16 जनवरी को, वह अंतरिक्ष में 12 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद एक महत्वपूर्ण स्पेसवॉक करेंगी।
भारतीय मूल की NASA अंतरिक्ष यात्री Sunita Williams एक बार फिर से अंतरिक्ष में अपनी काबिलियत का प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं। 16 जनवरी को, वह अंतरिक्ष में 12 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद एक महत्वपूर्ण स्पेसवॉक करेंगी। उनके साथ निक हेग भी इस मिशन में शामिल होंगे। इस स्पेसवॉक का मुख्य उद्देश्य न्यूट्रॉन स्टार इंटीरियर कम्पोजिशन एक्सप्लोरर (NICER) एक्स-रे टेलीस्कोप की मरम्मत करना है।
NICER टेलीस्कोप की मरम्मत क्यों जरूरी है?
NICER एक अत्याधुनिक एक्स-रे टेलीस्कोप है, जिसे विशेष रूप से न्यूट्रॉन सितारों का अध्ययन करने के लिए अंतरिक्ष में स्थापित किया गया था।
- हाल ही में, NICER के थर्मल शील्ड में नुकसान के कारण सूरज की रोशनी भीतर प्रवेश कर रही है।
- यह समस्या महत्वपूर्ण वैज्ञानिक निरीक्षणों में बाधा डाल रही है।
- इस स्पेसवॉक के दौरान, सुनीता विलियम्स और निक हेग मिलकर NICER की क्षतिग्रस्त थर्मल शील्ड की मरम्मत करेंगे, ताकि यह टेलीस्कोप फिर से सही ढंग से काम कर सके।
स्पेसवॉक का ऐतिहासिक महत्व
यह स्पेसवॉक कई मायनों में ऐतिहासिक है, क्योंकि पहली बार अंतरिक्ष यात्री कक्षा में एक एक्स-रे टेलीस्कोप की मरम्मत करेंगे।
- इसके अलावा, यह सुनीता विलियम्स की 12 साल बाद पहली स्पेसवॉक होगी।
- पिछली बार उन्होंने 2011 में स्पेसवॉक किया था।
- इस मिशन में न केवल NICER की मरम्मत होगी, बल्कि अन्य महत्वपूर्ण कार्य भी पूरे किए जाएंगे।
स्पेसवॉक के अन्य कार्य
इस मिशन के दौरान विलियम्स और हेग कुछ अन्य महत्वपूर्ण कार्य भी करेंगे, जिनमें शामिल हैं:
- पुराने रेडियो संचार उपकरणों को हटाना
- आईएसएस के बाहरी हिस्से में लगे पुराने रेडियो संचार उपकरणों को हटाया जाएगा।
- माइक्रोबियल सैंपल इकट्ठा करना
- आईएसएस के बाहरी हिस्से से सूक्ष्मजीवों के नमूने लिए जाएंगे।
- यह अध्ययन अंतरिक्ष में आग सुरक्षा और भारहीनता में व्यायाम पर चल रहे अनुसंधान का हिस्सा है।
स्पेस में Sunita Williams की लंबी यात्रा
NASA ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि Sunita Williams और बटच विलमोर अंतरिक्ष में मार्च 2025 तक रहेंगे।
- इस अवधि को बढ़ाने का निर्णय उनके स्थानापन्न दल के प्रक्षेपण में देरी के कारण लिया गया।
- विलियम्स की इस लंबी यात्रा से अंतरिक्ष में लंबी अवधि के रहने के प्रभावों पर अध्ययन करने में भी मदद मिलेगी।
Sunita Williams का अंतरिक्ष में योगदान
Sunita Williams अब तक कई महत्वपूर्ण अंतरिक्ष मिशनों का हिस्सा रही हैं।
- उन्होंने पहले भी कई बार स्पेसवॉक किए हैं और उनकी गिनती दुनिया की शीर्ष अंतरिक्ष यात्रियों में होती है।
- विलियम्स ने अब तक 195 दिनों से अधिक समय अंतरिक्ष में बिताया है और उनकी यह नई यात्रा इस आंकड़े को और बढ़ाएगी।
- उनके योगदान को देखते हुए वह भारतीय समुदाय के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं।
Sunita Williams भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स: एक परिचय
- सुनीता विलियम्स का जन्म 19 सितंबर 1965 को ओहायो, अमेरिका में हुआ था।
- उनके पिता दीपक पंड्या भारतीय मूल के हैं और उनकी मां स्लोवेनियाई मूल की हैं।
- सुनीता ने अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद अमेरिकी नौसेना में सेवाएं दीं और बाद में NASA के लिए काम करना शुरू किया।
- वह अब तक दो अंतरिक्ष अभियानों का हिस्सा बन चुकी हैं और कई बार स्पेसवॉक कर चुकी हैं।
मिशन का वैज्ञानिक महत्व
इस स्पेसवॉक से न केवल NICER की कार्यक्षमता में सुधार होगा, बल्कि इससे वैज्ञानिकों को न्यूट्रॉन सितारों के रहस्यों को समझने में भी मदद मिलेगी।
- NICER का मुख्य उद्देश्य न्यूट्रॉन सितारों की आंतरिक संरचना का अध्ययन करना है, जो ब्रह्मांड के कुछ सबसे रहस्यमय पिंडों में से एक हैं।
- इसके अलावा, माइक्रोबियल सैंपल इकट्ठा करने से अंतरिक्ष में जीव विज्ञान के अध्ययन में भी नई जानकारियां मिलेंगी।
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Sunita Williams और निक हेग की यह स्पेसवॉक कई मायनों में अनोखी और ऐतिहासिक है।
यह न केवल वैज्ञानिक अनुसंधान में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी, बल्कि अंतरिक्ष में मानवता के बढ़ते कदमों को भी मजबूत करेगी।
भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स का इस मिशन में योगदान न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए गर्व का विषय है।