“Ukraine को नई ताकत: Biden और Zelenskyy की रणनीतिक वार्ता”
Ukraine राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने अमेरिका के समर्थन के लिए जो बाइडन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका की मदद से Ukraine को युद्ध में बड़ी सफलता मिली है
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की के बीच एक महत्वपूर्ण टेलीफोनिक बातचीत हुई, जिसमें रूस-Ukraine युद्ध के मौजूदा हालात पर चर्चा की गई। बातचीत का मुख्य उद्देश्य यूक्रेन को अमेरिका की ओर से जारी समर्थन और रूस के खिलाफ नए प्रतिबंधों के पैकेज पर चर्चा करना था।
अमेरिकी समर्थन की प्रतिबद्धता
इस बातचीत के दौरान राष्ट्रपति बाइडन ने Ukraine के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने ज़ेलेंस्की को यह भरोसा दिलाया कि अमेरिका आर्थिक, सैन्य और मानवीय सहायता के रूप में यूक्रेन के साथ खड़ा रहेगा।
- बाइडन ने कहा कि यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए अमेरिका हरसंभव कदम उठाएगा।
- उन्होंने ज़ेलेंस्की को आश्वस्त किया कि अमेरिका जल्द ही अतिरिक्त हथियार और सैन्य उपकरण यूक्रेन को प्रदान करेगा, जिससे युद्ध में यूक्रेन की ताकत और अधिक बढ़ेगी।
नए प्रतिबंधों पर चर्चा
बातचीत का एक महत्वपूर्ण बिंदु रूसी ऊर्जा क्षेत्र पर नए अमेरिकी प्रतिबंध थे।
- इन प्रतिबंधों का उद्देश्य रूस की आर्थिक स्थिति को कमजोर करना और उसके ऊर्जा निर्यात पर रोक लगाना है, जो उसकी अर्थव्यवस्था का मुख्य स्तंभ है।
- बाइडन प्रशासन ने यह स्पष्ट किया कि रूस पर दबाव बनाने के लिए नए वित्तीय प्रतिबंध भी लगाए जाएंगे।
- इसके अलावा, रूस के प्रमुख व्यापारिक संस्थानों और ऊर्जा कंपनियों को भी इन प्रतिबंधों के दायरे में लाया जाएगा।
ज़ेलेंस्की का रुख
Ukraine राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने अमेरिका के समर्थन के लिए जो बाइडन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका की मदद से Ukraine को युद्ध में बड़ी सफलता मिली है और आगे भी इसी तरह के समर्थन की आवश्यकता है।
- ज़ेलेंस्की ने रूस के खिलाफ कड़े कदम उठाने की अपील की, ताकि रूस की आक्रामक नीतियों पर लगाम लगाई जा सके।
- उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन की जनता इस संघर्ष में अद्भुत साहस और धैर्य दिखा रही है, लेकिन रूस के लगातार हमलों के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है।
रूस पर बढ़ता अंतरराष्ट्रीय दबाव
इस बातचीत के बाद रूस पर अंतरराष्ट्रीय दबाव और अधिक बढ़ने की संभावना है।
- अमेरिका और पश्चिमी देशों ने पहले ही रूस पर कई आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं, जिससे उसकी अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
- नए प्रतिबंधों के लागू होने से रूस के लिए तेल और गैस का निर्यात और अधिक कठिन हो जाएगा, जिससे उसकी राजस्व आय में बड़ी कमी आएगी।
युद्ध का मौजूदा हालात
यूक्रेन और रूस के बीच चल रहा युद्ध अभी भी गंभीर स्थिति में है।
- रूस ने यूक्रेन के कई प्रमुख शहरों में भारी बमबारी की है, जिससे हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
- वहीं, यूक्रेन भी अपनी रक्षा में पूरी ताकत झोंक रहा है और उसे पश्चिमी देशों से लगातार सैन्य सहायता मिल रही है।
- यूक्रेन की सेना ने हाल के हफ्तों में कई इलाकों में रूस की सेना को पीछे हटाने में सफलता पाई है।
मानवीय संकट की स्थिति
इस युद्ध के चलते यूक्रेन में मानवीय संकट लगातार गहराता जा रहा है।
- लाखों लोग अपने घरों से विस्थापित हो चुके हैं और उन्हें मानवीय सहायता की सख्त जरूरत है।
- अमेरिका और यूरोपीय देशों ने इस दिशा में भी मानवीय सहायता के पैकेज भेजे हैं।
- बाइडन ने ज़ेलेंस्की को यह भी भरोसा दिलाया कि अमेरिका यूक्रेन में आर्थिक पुनर्निर्माण के लिए भी सहयोग करेगा।
युद्ध विराम की संभावनाएं
हालांकि बाइडन और ज़ेलेंस्की के बीच हुई इस बातचीत में युद्ध विराम पर कोई स्पष्ट चर्चा नहीं हुई, लेकिन अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में राजनयिक वार्ताओं के प्रयास फिर से शुरू हो सकते हैं।
- रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध विराम की शर्तों को लेकर अब तक कई बार बातचीत हो चुकी है, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकला।
- बाइडन ने ज़ेलेंस्की से कहा कि अमेरिका हरसंभव कोशिश करेगा कि इस संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान निकले।
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राष्ट्रपति बाइडन और ज़ेलेंस्की के बीच हुई इस बातचीत से स्पष्ट है कि अमेरिका यूक्रेन के समर्थन में पूरी मजबूती के साथ खड़ा है। इस वार्ता का प्रभाव आने वाले दिनों में रूस-यूक्रेन युद्ध पर निश्चित रूप से दिखाई देगा।
नए प्रतिबंधों से रूस पर आर्थिक दबाव बढ़ेगा, जिससे उसकी युद्ध करने की क्षमता कमजोर हो सकती है। वहीं, अमेरिका और पश्चिमी देशों की सहायता से यूक्रेन को अपनी रक्षा और पुनर्निर्माण में बड़ी मदद मिलेगी।