UP : ‘मां की रसोई’ का शुभारंभ: 9 रुपये में मिलेगा भरपेट भोजन

UP 'मां की रसोई' एक साधारण लेकिन प्रभावी पहल है, जो न केवल जरूरतमंदों को राहत प्रदान करेगी, बल्कि महाकुंभ मेले में सेवा भाव और सामाजिक एकता का भी प्रतीक बनेगी।

UP के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को प्रयागराज में आगामी महाकुंभ मेले की तैयारियों के तहत एक महत्वपूर्ण पहल की। उन्होंने ‘मां की रसोई’ नामक सामुदायिक रसोई का उद्घाटन किया, जहां सिर्फ 9 रुपये में भरपेट भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं, गरीबों और जरूरतमंदों को सस्ते और पौष्टिक भोजन की सुविधा प्रदान करना है।

‘मां की रसोई’ की खासियत

‘मां की रसोई’ का प्रमुख उद्देश्य उन लाखों श्रद्धालुओं को सहायता प्रदान करना है जो महाकुंभ मेले में शामिल होने के लिए देशभर से आते हैं।

  • इस योजना के अंतर्गत सिर्फ 9 रुपये में भोजन मिलेगा।
  • भोजन में दाल, चावल, सब्जी और रोटी शामिल होंगे, ताकि लोगों को स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन मिल सके।
  • इस योजना के तहत महाकुंभ मेले के दौरान 24 घंटे भोजन की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
  • रसोई को साफ-सफाई और भोजन की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखते हुए संचालित किया जाएगा।

UP मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान

UP मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि ‘मां की रसोई’ का उद्देश्य न केवल लोगों को सस्ता भोजन उपलब्ध कराना है, बल्कि समाज में सेवा भाव को बढ़ावा देना भी है। उन्होंने कहा, “महाकुंभ मेले में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं। उनकी सुविधा और सेवा करना सरकार की प्राथमिकता है। मां की रसोई उसी सेवा भावना का एक हिस्सा है।” उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि इस योजना का सुचारु संचालन सुनिश्चित किया जाए और किसी भी श्रद्धालु को भोजन के लिए परेशान न होना पड़े।

सामाजिक और धार्मिक महत्व

महाकुंभ मेला केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह सामाजिक समरसता और मानव सेवा का प्रतीक भी है। हर बार इस मेले में लाखों श्रद्धालु आते हैं, जिनमें से कई आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं। ‘मां की रसोई’ जैसी योजनाएं इन श्रद्धालुओं को भोजन की चिंता से मुक्त कर देंगी, ताकि वे अपनी आस्था के इस महापर्व में पूरी निष्ठा से भाग ले सकें।

UP महाकुंभ 2025 की तैयारी

महाकुंभ मेला 2025 में होने वाला है और राज्य सरकार ने इसकी तैयारियों के लिए बड़े पैमाने पर योजनाएं बनाई हैं।

  • साफ-सफाई, सुरक्षा व्यवस्था और आवागमन को बेहतर बनाने के लिए कई बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं।
  • ‘मां की रसोई’ जैसे सामाजिक सेवा के कार्यक्रम सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
  • योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ के दौरान कोई भी श्रद्धालु भूखा न रहे, इसके लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

जनता की प्रतिक्रिया

‘मां की रसोई’ की पहल पर आम जनता और श्रद्धालुओं ने सरकार की सराहना की है। उनका कहना है कि महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन में सस्ता और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना एक सकारात्मक कदम है, जिससे गरीबों को बड़ी राहत मिलेगी।

UP , yogi , maa ki rasoi

Tejashwi Yadav का बयान: ‘इंडिया गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव में था’ पर सफाई

UP ‘मां की रसोई’ एक साधारण लेकिन प्रभावी पहल है, जो न केवल जरूरतमंदों को राहत प्रदान करेगी, बल्कि महाकुंभ मेले में सेवा भाव और सामाजिक एकता का भी प्रतीक बनेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस पहल ने महाकुंभ की तैयारियों में एक मानवीय दृष्टिकोण जोड़ा है, जो आने वाले समय में लाखों श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी सुविधा साबित होगी।

Related Articles

Back to top button