PM Modi का बयान: “मैंने कभी कम्फर्ट जोन में नहीं बिताई जिंदगी”

PM नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में अपने जीवन के अनुभवों और दृष्टिकोणों के बारे में बात करते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी अपनी जिंदगी कम्फर्ट जोन में नहीं बिताई।

PM नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में अपने जीवन के अनुभवों और दृष्टिकोणों के बारे में बात करते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी अपनी जिंदगी कम्फर्ट जोन में नहीं बिताई। उनका मानना है कि जिस तरह से जीवन में लगातार चुनौतियों का सामना किया जाता है, वही असली सफलता की कुंजी है।

कम्फर्ट जोन से बाहर निकलने का महत्व

PM मोदी ने यह स्वीकार किया कि उनके लिए यह एक बड़ी किस्मत रही कि उन्होंने कभी भी आरामदायक स्थिति (कम्फर्ट जोन) में समय नहीं बिताया। वह मानते हैं कि यदि कोई व्यक्ति जीवन में आगे बढ़ना चाहता है और बड़ी उपलब्धियां हासिल करना चाहता है, तो उसे कम्फर्ट जोन से बाहर निकलकर जोखिम उठाने की आदत डालनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग कम्फर्ट जोन में रहते हैं, वही लोग असफल होते हैं, क्योंकि वे नए अनुभवों और अवसरों का सामना करने से कतराते हैं।

निखिल कामथ के साथ संवाद

PM मोदी ने यह बातचीत निखिल कामथ, जो कि जेरोधा के सह-संस्थापक हैं, के साथ एक पॉडकास्ट के दौरान की। इस बातचीत में उन्होंने जीवन के संघर्षों, निर्णयों, और बदलावों के बारे में विस्तार से साझा किया। मोदी का कहना था कि जोखिम उठाने की मानसिकता जीवन के प्रत्येक पहलू में सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक है।

जोखिम और आत्मविश्वास

PM मोदी का मानना है कि किसी भी कार्य में जोखिम उठाने से आत्मविश्वास और नया दृष्टिकोण प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि यह अनुभव ही है जो आपकी क्षमता को पहचानने और आगे बढ़ने में मदद करता है। यदि कोई व्यक्ति हमेशा सुरक्षित और आरामदायक रास्तों पर चलता है, तो वह कभी अपनी वास्तविक क्षमता को नहीं पहचान पाता।

असफलता और सफलता के बीच अंतर

PM ने असफलता और सफलता के बीच के अंतर को भी स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि जो लोग कम्फर्ट जोन से बाहर नहीं आते, वे असफल रहते हैं, जबकि जो लोग नई चुनौतियों का सामना करते हैं, वे सफलता की ओर अग्रसर होते हैं। यह बात उन्होंने अपनी खुद की यात्रा के उदाहरण से भी समझाई, जिसमें उन्होंने कई बार असफलताओं का सामना किया, लेकिन हर बार उसने उन्हें नए रास्ते और नए अवसरों के बारे में सिखाया।

प्रेरणादायक संदेश

प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान युवाओं और उन लोगों के लिए एक प्रेरणा है जो जीवन में जोखिम लेने से डरते हैं। उनका संदेश स्पष्ट है: सफलता वही है जो जोखिम उठाने से मिलती है, और कम्फर्ट जोन में रहने से केवल स्थिरता मिलती है, जबकि विकास और सच्ची सफलता के लिए संघर्ष और साहस की आवश्यकता होती है।

PM modi

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यह बयान हमें यह सिखाता है कि जीवन में सफलता और वृद्धि के लिए हमे अपनी सीमाओं को चुनौती देनी चाहिए और कम्फर्ट जोन से बाहर निकलकर नई राहें अपनानी चाहिए। केवल इसी प्रकार हम अपनी पूरी क्षमता का उपयोग कर सकते हैं और जीवन के नए आयामों को छू सकते हैं।

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