“India के किस Drug Mafia को हुआ था बड़ा नुकसान, Sunil Yadav गंडाउन (5 साल बदले का)”
India भारतीय ड्रग माफिया सुनील यादव का सफर खत्म हो गया। लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सुनील यादव की हत्या की जिम्मेदारी ली है। बताया जा रहा है कि सुनील यादव लंबे समय से भारतीय राज्यों पंजाब,
कैलिफोर्निया में ड्रग माफिया सुनील यादव का एनकाउंटर: सवालों के घेरे में लॉरेंस बिश्नोई गैंग की भूमिका
कैलिफोर्निया की सड़कों पर 5 साल तक पीछा करने के बाद, India भारतीय ड्रग माफिया सुनील यादव का सफर खत्म हो गया। लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सुनील यादव की हत्या की जिम्मेदारी ली है। बताया जा रहा है कि सुनील यादव लंबे समय से भारतीय राज्यों पंजाब, हरियाणा, और राजस्थान में बड़े पैमाने पर नशीले पदार्थों की सप्लाई कर रहा था। उसकी ताकत और प्रभाव ने उसे कई अंतरराष्ट्रीय ड्रग माफियाओं और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए खतरा बना दिया था।
5 साल का पीछा और हत्या का सच
India खबरों के मुताबिक, लॉरेंस बिश्नोई गैंग पिछले 5 वर्षों से सुनील यादव के हर कदम पर नजर रखे हुए था। आखिरकार, कैलिफोर्निया में एक सटीक योजना के तहत उसे गनडाउन कर दिया गया। यह हत्या ड्रग माफिया की उस खतरनाक दुनिया को उजागर करती है, जहां सत्ता और दबदबे की जंग के चलते हर दिन खून बहता है।
सुनील यादव की ताकत और दुश्मनी
India सुनील यादव का नेटवर्क भारतीय राज्यों में फैला हुआ था। वह पंजाब, हरियाणा, और राजस्थान में नशीले पदार्थों की बड़ी खेप भेजने के लिए कुख्यात था। उसकी यह ताकत उसे भारतीय ड्रग माफियाओं के बीच सबसे बड़ा खतरा बना रही थी। माना जाता है कि सुनील यादव अकेले ही कई अन्य माफिया गैंग्स के व्यवसाय में सेंध लगा रहा था।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग की भूमिका पर सवाल
लॉरेंस बिश्नोई, जो इस समय जेल में बंद है, ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है। यह वही लॉरेंस है जो पहले भी कई हाई-प्रोफाइल मर्डर की जिम्मेदारी ले चुका है। लेकिन सवाल यह उठता है कि जेल में बंद होने के बावजूद वह इन हत्याओं को कैसे अंजाम दिला रहा है?
Hydrabad के चिक्कड़पल्ली पुलिस स्टेशन में तीन घंटे से अधिक समय तक पूछताछ, अभिनेता अल्लू अर्जुन से सवाल
मामले के पीछे कौन?
India सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर इस हत्या के पीछे कौन है? क्या यह सिर्फ लॉरेंस बिश्नोई गैंग का काम है, या फिर भारतीय और अंतरराष्ट्रीय ड्रग माफियाओं के बीच छिड़ी एक बड़ी साजिश? सुनील यादव, जो पहले से ही एक बड़ी चुनौती था, को खत्म करने के पीछे कौन-सा माफिया है जो उसकी मौत से सबसे ज्यादा फायदा उठाएगा?
यह सवाल अब भारतीय और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के लिए सबसे बड़ा रहस्य बन चुका है।