गोरखपुर : सीएम योगी ने किसानों को सम्मानित किया, कहा- हर वर्ग के सहयोग से विकास में आएगी तेजी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि देकर सरकार का सहयोग करने वाले 500 किसानों को सम्मानित किया. इस अवसर पर उन्होंने मेक इन गोरखपुर नाम की पुस्तक का विमोचन भी किया. उन्होंने कहा कि विकास को गति देने वाली योजनाओं में तेजी लाने के लिए सभी के सहयोग की अपेक्षा है. बगैर सभी के सहयोग के विकास की योजनाओं गति मिल ही नहीं सकती है. उन्होंने व्यापारी, उद्यमी और किसानों के साथ सभी वर्गों से सहयोग की अपील की.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विकास के बड़े काम के लिए सकारात्मक पहल पर सभी किसान भाईयों का स्वागत है. बगैर सहयोग के विकास संभव नहीं है. सभी के सहयोग से ही पूर्वांचल, बुंदेलखंड और गंगा एक्सप्रेसवे को हमारी सरकार ने प्रस्तावित किया था. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे इस वर्ष के अंत तक मुख्य मार्ग को हम खोलेंगे. गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के लिए जिन किसानों ने भूमि दी है, उनमें 500 किसानों को आमंत्रित किया गया है. सभी किसानों को अच्छा मुआवजा दिया गया है. उनके खाते में सीधे पैसा गया है. बीच में किसी प्रकार की दलाली और भ्रष्टाचार नहीं हुआ है. जेवर में 3000 हेक्टेयर जमीन चाहिए था.
एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट को वहाँ बनाना था. हमें ऐसे में हर बार किसानों की मदद लेनी होगी. उन्होंने खुद जेवर जाकर किसानों से बात की और 4 गुना की जगह 2 गुने दाम पर किसान जमीन देने को तैयार हो गए. उसके बाद किसान उनसे मिलने के लिए लखनऊ आए और बोले की जल्दी से एयरपोर्ट का निर्माण कराकर उनके क्षेत्र के विकास को आगे बढ़ाया जाए. जेवर वही जगह है जब मैं वहां के किसानों से मिलने जाने लगा, तो मुझे मना किया गया. फिर भी मैं वहां गया.
वहां के किसानों को मेरी बात समझ में आई. बातचीत से समाधान निकलते हैं. पहले जेवर के नाम से लोग डरते थे. वह जगह अपराध के लिए आंदोलन के लिए पहचान रखती थी. आज वहां पर एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन रहा है. 90 प्रतिशत कब्जा मिल गया. स्वीडन की कंपनी बनाएगी और राजस्व के रूप में सरकार को 1 लाख करोड़ रुपए मिलेंगे. गोरखपुर एक्सप्रेस वे छूट रहा था. 10 वर्षों तक जमीन का विवाद होता रहा. फिर हमारी पहल पर गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे और औद्योगिक गलियारा विकसित करने की कारवाई की. किसानों को समय से मुआवजा मिल जाय.
बगैर भूमि के उद्योग नहीं लगेंगे, तो हम पलॉयन को भी नहीं रोक पाएंगे. गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर 5,876 करोड़ रुपए खर्च होंगे. पहले 4 फिर बाद में इसे 6 लेन करेंगे. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे अगले महीने शुरू करने जा रहे हैं. दो साल पहले तक गोरखपुर में एयर कनेक्टविटी नहीं थी. आज 8 फ्लाइट चल रही है. 10 साल पहले एयर इंडिया से बात करता था, तो अधिकारी कहते थे कि सवारी नहीं है. आज कहते हैं कि इतनी सवारी है कि और फ्लाइट लाए तो भी भर के जाएगी.
गीडा में स्किल डेवलपमेंट की क्लास चलवाए जिससे युवा पलॉयन न करें. औद्योगिक गलियारे का विकास करना है. धुरिया पार में बायोफ्यूल फैक्ट्री, पिपराइच में 15 लाख टन चीनी पेराई हो चुकी है. फर्टिलाइजर कारखाने की चिमनी से जल्द ही धुंआ उठता दिखेगा. Aiims बनाने से बाहर इलाज के लिए पलॉयन नहीं करना पड़ेगा. चिड़ियाघर भी दे रहे हैं. विकास में सकारात्मक सहयोग मिल रहा है. विकास से हम आगे बढ़ेंगे. समाज का हर व्यक्ति सकारात्मक रूप से जुड़ें, तो विकास तेजी से होगा. लिंक एक्सप्रेस-वे और आद्योगिक गलियारे के विकास में जमीन की कमी को पूरा कर रहे हैं. यूपीडा और औद्योगिक विकास के अधिकारियों को बधाई देता हूं.