Israel ने गोलान हाइट्स में जनसंख्या दोगुनी करने की योजना बनाई, सीरिया से धमकी को बताया कारण
Israel ने गोलान हाइट्स में अपनी जनसंख्या को दोगुना करने की योजना की घोषणा की। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि गोलान हाइट्स को मजबूत करना इज़राइल राज्य को मजबूत करने के समान है।
15 दिसंबर 2024 को Israel ने गोलान हाइट्स में अपनी जनसंख्या को दोगुना करने की योजना की घोषणा की। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि गोलान हाइट्स को मजबूत करना इज़राइल राज्य को मजबूत करने के समान है। उनका कहना था कि सीरिया से लगातार बनी हुई धमकियों के बावजूद, यह कदम इज़राइल के राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है। नेतन्याहू का कहना था, “हम गोलान को अपनी सम्पत्ति के रूप में बनाए रखेंगे, उसे फलने-फूलने देंगे और वहां बसाव करेंगे।”
गोलान हाइट्स का रणनीतिक महत्व
गोलान हाइट्स, जो 1967 के छह-दिन युद्ध में Israel द्वारा सीरिया से कब्जा किए गए थे, एक रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र है। यह क्षेत्र इज़राइल की रक्षा के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह Israel को सीरिया और लेबनान के साथ अपनी सीमा को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके अलावा, गोलान हाइट्स से इज़राइल को भूमि और पानी के संसाधनों का भी लाभ मिलता है। इज़राइल ने लंबे समय से इस क्षेत्र पर अपनी संप्रभुता का दावा किया है, हालांकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इसे अभी तक मान्यता नहीं दी है।
सीरिया से खतरे की चर्चा
नेतन्याहू ने अपनी टिप्पणी में सीरिया से लगातार बढ़ते हुए खतरों का जिक्र किया। हालांकि सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल-असद के खिलाफ विद्रोहियों के आक्रमण के बाद असद की सत्ता कमजोर पड़ी है, नेतन्याहू का कहना है कि यह स्थिति Israel के लिए कोई सुकून नहीं देती। उन्होंने कहा कि हाल के बदलावों के बावजूद, गोलान हाइट्स को लेकर सीरिया से खतरे अभी भी बने हुए हैं। उनका यह भी कहना था कि इन खतरों को देखते हुए, गोलान हाइट्स का सैन्य और जनसंख्या दृष्टिकोण से अधिक मजबूती से समुचित विकास किया जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
Israel के इस कदम पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया मिलनी शुरू हो गई है। कई देशों ने इस योजना को Israel द्वारा अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करार दिया है, क्योंकि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने 1967 में गोलान हाइट्स पर इज़राइल के कब्जे को अवैध घोषित किया था। हालांकि, इज़राइल का कहना है कि यह क्षेत्र उसकी सुरक्षा के लिए आवश्यक है, और वह इसे अपनी संप्रभुता के तहत नियंत्रित करता रहेगा।
Israel का नीति बदलाव
Israel का यह कदम एक महत्वपूर्ण नीति बदलाव को दर्शाता है, जहां वह सिर्फ सैन्य दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि जनसंख्या और नागरिक बस्तियों के विकास के दृष्टिकोण से भी गोलान हाइट्स को महत्वपूर्ण मान रहा है। यह बदलाव इज़राइल के लिए भविष्य में एक स्थिरता की ओर बढ़ने के संकेत के रूप में देखा जा सकता है, लेकिन इसके साथ ही यह क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ा सकता है।
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Israel की गोलान हाइट्स में जनसंख्या दोगुनी करने की योजना और सीरिया से बने खतरों का जिक्र, यह संकेत देता है कि इस क्षेत्र में स्थिति और अधिक जटिल हो सकती है। अंतरराष्ट्रीय दबाव और क्षेत्रीय अस्थिरता के बावजूद, इज़राइल ने इस क्षेत्र में अपने कदम और अधिक मजबूती से बढ़ाने का निर्णय लिया है, जो भविष्य में एक नई राजनीति और संघर्ष का कारण बन सकता है।