Amit Shah के अंबेडकर टिप्पणी पर हंगामा, दोनों सदन दिनभर के लिए स्थगित

Amit शाह द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर से संबंधित टिप्पणी के बाद यह हंगामा शुरू हुआ। शाह की टिप्पणी को लेकर विपक्षी सांसदों ने कड़ी आपत्ति जताई, जिसके चलते सदन को कार्यवाही से स्थगित करना पड़ा।

18 दिसंबर 2024 को संसद के शीतकालीन सत्र के 19वें दिन, लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों को विरोध प्रदर्शनों के कारण स्थगित कर दिया गया। गृह मंत्री Amit शाह द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर से संबंधित टिप्पणी के बाद यह हंगामा शुरू हुआ। शाह की टिप्पणी को लेकर विपक्षी सांसदों ने कड़ी आपत्ति जताई, जिसके चलते सदन को कार्यवाही से स्थगित करना पड़ा।

लोकसभा में हंगामा और स्थगन

लोकसभा की कार्यवाही बुधवार दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई, जब विपक्षी दलों के सांसदों ने गृह मंत्री Amit शाह की अंबेडकर पर की गई टिप्पणी के खिलाफ विरोध जताया। संसद की कार्यवाही शुरू होते ही, विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को उठाया, जिससे लोकसभा में तीव्र हंगामा मच गया। सांसदों ने शाह की टिप्पणी को “आपत्तिजनक” और “गैर-जिम्मेदार” बताते हुए उनकी माफी की मांग की।

यह हंगामा विशेष रूप से शाह के बयान के बाद हुआ, जिसमें उन्होंने अंबेडकर के योगदान को लेकर कुछ विवादास्पद विचार व्यक्त किए थे। उनके बयान को लेकर विपक्षी दलों ने इसे डॉ. अंबेडकर के सम्मान का अपमान करार दिया और इसे संविधान निर्माता के प्रति एक तरह की अवमानना समझा।

राज्यसभा में भी हंगामा और स्थगन

लोकसभा के बाद, राज्यसभा में भी हंगामा मचा, और सदन की कार्यवाही भी स्थगित करनी पड़ी। शाह के बयान पर उठे विवाद ने राज्यसभा में भी गंभीर चर्चा का रूप लिया, जहां विपक्षी सांसदों ने शाह के खिलाफ नारेबाजी की और उनकी टिप्पणी को लेकर तीखी आलोचना की। इस बीच, राज्यसभा अध्यक्ष ने स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया, लेकिन हंगामा बढ़ता गया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।

अमित शाह का अंबेडकर पर बयान

गृह मंत्री Amit शाह ने मंगलवार को राज्यसभा में संविधान पर बहस के दौरान डॉ. अंबेडकर का नाम लिया था। उन्होंने अंबेडकर की महत्ता और संविधान के प्रति उनके योगदान की बात की, लेकिन कुछ विपक्षी दलों को उनका बयान असंवेदनशील और अंबेडकर के योगदान के प्रति उचित सम्मान न देने जैसा लगा। यह मामला तब तूल पकड़ गया जब कुछ नेताओं ने शाह के बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत करने का आरोप लगाया।

विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रिया

विपक्षी दलों ने Amit शाह के बयान को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी और मांग की कि उन्हें डॉ. अंबेडकर के योगदान के बारे में अपनी टिप्पणियों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। विपक्षी नेताओं ने इसे एक राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की कोशिश का आरोप लगाया और कहा कि ऐसे बयान समाज में घृणा और विभाजन को बढ़ावा देते हैं।

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18 दिसंबर 2024 को संसद के शीतकालीन सत्र के 19वें दिन की कार्यवाही को रोकने के पीछे का कारण गृह मंत्री Amit शाह का डॉ. अंबेडकर से जुड़ा बयान था, जिस पर विपक्षी दलों ने तीव्र आपत्ति जताई। शाह की टिप्पणी को लेकर सदन में उठे हंगामे के कारण दोनों सदनों को स्थगित करना पड़ा। यह घटना दर्शाती है कि संसद में राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को लेकर तीव्र विचार-विमर्श और विरोध जारी रहेगा।

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