Israeli सैनिकों द्वारा गाजा में 22 की हत्या, विस्थापित फिलिस्तिनियों को शरण देने वाले स्कूल पर हमला
Israeli सैनिकों ने गाजा में कम से कम 22 फिलिस्तिनियों को मार डाला, जिनमें से अधिकांश उत्तरी गाजा पट्टी में मारे गए। चिकित्सा कर्मियों और निवासियों के अनुसार,
15 दिसंबर 2024 को, Israeli सैनिकों ने गाजा में कम से कम 22 फिलिस्तिनियों को मार डाला, जिनमें से अधिकांश उत्तरी गाजा पट्टी में मारे गए। चिकित्सा कर्मियों और निवासियों के अनुसार, यह हत्याएं हवाई हमलों और अन्य हमलों के दौरान हुईं, जिनमें एक स्कूल भी शामिल था जो विस्थापित गाज़ा निवासियों को शरण दे रहा था। इन हमलों में बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं।
हवाई हमले और ड्रोन फायरिंग से मौतें
चिकित्सा सूत्रों और गाजा के निवासियों ने बताया कि कम से कम 11 लोग तीन अलग-अलग हवाई हमलों में मारे गए, जो गाजा शहर के घरों पर किए गए थे। इन हमलों में कुछ घर पूरी तरह से तबाह हो गए, जिससे बड़ी संख्या में नागरिकों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। इसके अलावा, बीत लाहिया, बीत हानून और जबालिया शिविर में नौ लोग मारे गए। वहीं, रफ़ा शहर में दो लोगों की मौत ड्रोन द्वारा की गई फायरिंग से हुई।
स्कूल पर हमला और विस्थापित लोगों की स्थिति
एक विशेष घटना में, Israeli हमलावरों ने उस स्कूल पर हमला किया जो गाजा में विस्थापित लोगों को शरण दे रहा था। यह स्कूल कई परिवारों के लिए एक अस्थायी आश्रय स्थल बन चुका था, लेकिन अब यह भी हमलों के निशाने पर आ गया। इस हमले में बड़ी संख्या में लोग घायल हुए और कुछ को अपनी जान गंवानी पड़ी। फिलिस्तीनी अधिकारियों का कहना है कि इजरायली हमले का उद्देश्य केवल सैन्य ठिकानों को निशाना बनाना नहीं था, बल्कि नागरिकों को भी प्रभावित किया गया है।
नागरिकों के बीच भय और अनिश्चितता
गाजा में जारी संघर्ष ने नागरिकों के बीच भय और अनिश्चितता का माहौल पैदा कर दिया है। शरणार्थी शिविरों में रहने वाले परिवारों को यह डर सताता है कि उनकी जान जोखिम में है, क्योंकि इजरायली हमले कभी भी कहीं भी हो सकते हैं। मेडिकल टीमों का कहना है कि अस्पतालों में घायलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, और आवश्यक चिकित्सा सामग्री की भारी कमी हो रही है।
संघर्ष का प्रभाव और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
Israeli और फिलिस्तीन के बीच यह संघर्ष अब और गंभीर होता जा रहा है, और इसके परिणामस्वरूप गाजा में नागरिकों का जीवन कठिन हो गया है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए कई आह्वान किए गए हैं, लेकिन अभी तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकला है। मानवाधिकार संगठनों ने इजरायली हमलों की कड़ी निंदा की है और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।
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गाजा में Israeli सैनिकों द्वारा किए गए हमले में 22 फिलिस्तिनियों की हत्या और एक स्कूल पर हमला एक और दुखद घटना है, जो संघर्ष में बढ़ती हिंसा और नागरिकों के जीवन पर उसके प्रभाव को दर्शाता है। यह संकट और अधिक गहरा हो रहा है, और अब इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के दबाव की आवश्यकता है।