SANSAD शीतकालीन सत्र दिन 17 लाइव अपडेट: ‘अंबेडकर ने अनुच्छेद 370 का विरोध किया’, राज्यसभा में हरदीप पुरी का दावा
SANSAD के शीतकालीन सत्र के 17वें दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला और कहा कि उसने संविधान में बड़े बदलाव किए ताकि "परिवार"
16 दिसंबर 2024 को SANSAD के शीतकालीन सत्र के 17वें दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला और कहा कि उसने संविधान में बड़े बदलाव किए ताकि “परिवार” और “वंशवाद” की मदद की जा सके। उन्होंने इमरजेंसी के दौरान हुए संवैधानिक संशोधनों को लेकर भी कांग्रेस पर आरोप लगाए।
1. कांग्रेस पर हमला: संविधान में बदलाव और आपातकाल
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस पार्टी की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस ने संविधान में बड़े बदलाव किए थे, जिनका उद्देश्य केवल “परिवार” और “वंशवाद” की रक्षा करना था। उन्होंने 42वें संविधान संशोधन अधिनियम की बात की, जिसे 18 दिसंबर 1976 को तत्कालीन राष्ट्रपति ने मंजूरी दी थी।
उन्होंने कहा, “आपातकाल के दौरान लोकसभा के कार्यकाल को बिना उचित कारण के बढ़ा दिया गया था। जब विपक्ष के सभी नेताओं को जेल में डाल दिया गया था, तब संविधान में संशोधन किए गए थे।”
2. आपातकाल और संवैधानिक संशोधन की प्रक्रिया पर सवाल
सीतारमण ने कहा कि यह पूरी प्रक्रिया अवैध थी और इसके तहत लोकसभा में केवल पांच सदस्यों ने बिल का विरोध किया था, जबकि राज्यसभा में इसका कोई विरोध नहीं हुआ था। इस संशोधन का उद्देश्य लोकतंत्र को मजबूत करना नहीं, बल्कि सत्ता में बैठे लोगों की रक्षा करना था। उन्होंने यह भी बताया कि इस बदलाव के दौरान विपक्ष को पूरी तरह से दबा दिया गया था।
3. हरदीप पुरी का दावा: अंबेडकर ने अनुच्छेद 370 का विरोध किया
SANSAD राज्यसभा में इस दिन के दौरान, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने एक बड़ा दावा किया और कहा कि बाबा साहब अंबेडकर ने अनुच्छेद 370 का विरोध किया था। उन्होंने यह बात उस समय की संसद की चर्चा का हवाला देते हुए कही। उनका यह बयान राज्यसभा में हो रहे बहस के बीच आया, जब अनुच्छेद 370 को लेकर विभिन्न दलों के बीच तीखी बहस चल रही थी।
पुरी ने यह भी कहा कि अंबेडकर ने जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा देने के खिलाफ अपनी आपत्ति जताई थी और इसे भारतीय संघ के लिए ठीक नहीं माना था। उनके इस बयान ने पूरे सदन में हलचल मचा दी।
4. संसद में हो रही बहस पर ध्यान केंद्रित
वर्तमान संसद सत्र में अनुच्छेद 370 और आपातकाल के इतिहास पर तीखी बहस हो रही है। विपक्षी दलों और सरकार के बीच इस पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं। जहां विपक्ष ने इस संशोधन को संविधान की अवहेलना और लोकतंत्र पर हमला बताया है, वहीं सरकार का कहना है कि इस संशोधन का उद्देश्य केवल सत्ता के संरक्षण के लिए था, न कि देश के हित में।
Netanyahu और ट्रंप ने गाजा के बंधकों और सीरिया पर की चर्चा
SANSAD के शीतकालीन सत्र में इस दिन की बहस ने भारतीय राजनीति के कई संवैधानिक पहलुओं को उजागर किया। कांग्रेस पर हुए आरोप और अंबेडकर के अनुच्छेद 370 पर विचार ने सत्र में महत्वपूर्ण मोड़ लिया। आगे आने वाले दिनों में इन मुद्दों पर और गहन चर्चा की उम्मीद है।