Akhilesh yadav ने योगी आदित्यनाथ को दिया जवाब, कहा- “पहले अपना डीएनए जांचवाओ”

Akhilesh यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने 43वें रामायण मेला के उद्घाटन के दौरान बयान दिया था कि कुछ लोगों का डीएनए विदेशी है

समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष Akhilesh यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने 43वें रामायण मेला के उद्घाटन के दौरान बयान दिया था कि कुछ लोगों का डीएनए विदेशी है, जिसका कड़ा विरोध करते हुए अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री की जीवविज्ञान और विज्ञान के ज्ञान पर सवाल उठाए।

Akhilesh यादव का बयान

कानपुर में पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, “मुझे नहीं पता कि मुख्यमंत्री को कितना विज्ञान और जैविकी का ज्ञान है, लेकिन मैं उनसे निवेदन करना चाहता हूं कि वे डीएनए पर बात न करें।” इसके बाद उन्होंने कहा, “अगर वे डीएनए की बात करते हैं, तो हम सबका डीएनए जांचवाना चाहिए। मुख्यमंत्री को भी अपना डीएनए जांचवाना चाहिए। मैं भी अपना डीएनए जांचवाना चाहता हूं और मुख्यमंत्री को भी करवाना चाहिए।”

सपा अध्यक्ष का कटाक्ष

Akhilesh यादव ने योगी आदित्यनाथ के बयान को चुनौती देते हुए कहा कि वे यह सुनिश्चित करें कि उनके शब्दों से समाज में किसी प्रकार का तनाव न फैले।

  • उन्होंने यह भी कहा कि जब मुख्यमंत्री को इस बारे में इतनी जानकारी नहीं है, तो उन्हें इस विषय पर टिप्पणी करने से बचना चाहिए।
  • यादव का यह भी कहना था कि मुख्यमंत्री के बयान से धार्मिक और सांस्कृतिक विवाद पैदा हो सकते हैं, जो समाज के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं।

सपा और भाजपा के बीच विवाद

यह बयान उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक और नया विवाद लेकर आया है।

  • भा.ज.पा. की प्रतिक्रिया: भाजपा ने Akhilesh यादव के इस बयान को विरोधी राजनीति की शैली करार दिया और कहा कि योगी का उद्देश्य समाज में भेदभाव फैलाना नहीं था।
  • सपा की स्थिति: समाजवादी पार्टी ने इसे योगी आदित्यनाथ की नफरत फैलाने की नीति का हिस्सा बताया और कहा कि भाजपा लगातार समाज को बांटने का काम कर रही है।

डीएनए विवाद की पृष्ठभूमि

यह विवाद उस वक्त शुरू हुआ जब योगी आदित्यनाथ ने रामायण मेला के उद्घाटन के दौरान यह टिप्पणी की कि कुछ लोग जो भारत में हैं, उनका डीएनए विदेशी है। उनका इशारा उन लोगों की ओर था जिन्हें वह बांग्लादेश और अन्य देशों से संबंधित मानते थे। यह टिप्पणी विपक्षी दलों द्वारा तीव्र आलोचना का कारण बनी।

विपक्ष की आलोचना

विपक्ष ने योगी के बयान को न केवल बेतुका बल्कि समाज में तनाव फैलाने वाला भी बताया।

  • कांग्रेस: कांग्रेस ने भी इस बयान की आलोचना करते हुए कहा कि यह बयान उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने का प्रयास है।
  • सपा और अन्य दलों की प्रतिक्रियाएं: समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों ने इसे चुनावी फायदे के लिए किया गया बयान बताया, जो समाज में भाईचारे और एकता को खतरे में डाल सकता है।

योगी आदित्यनाथ का बचाव

योगी आदित्यनाथ ने अपने बयान का बचाव करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य किसी को अपमानित करना नहीं था, बल्कि वह सिर्फ एक धार्मिक विचार साझा कर रहे थे।

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Akhilesh यादव और योगी आदित्यनाथ के बीच यह बयानबाजी उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक और विवाद को जन्म दे सकती है। यह वाकई में एक जटिल मामला बनता जा रहा है, जिसमें राजनीति, समाज और विज्ञान का मिश्रण नजर आ रहा है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह विवाद और किस दिशा में जाता है।

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