Sanjay Malhotra होंगे RBI के नए गवर्नर, 11 दिसंबर को संभालेंगे कार्यभार
Sanjay मल्होत्रा के नाम को मंजूरी दी है। केंद्रीय कैबिनेट ने सोमवार को इस महत्वपूर्ण नियुक्ति पर मुहर लगाई।
भारत सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नए गवर्नर के रूप में Sanjay मल्होत्रा के नाम को मंजूरी दी है। केंद्रीय कैबिनेट ने सोमवार को इस महत्वपूर्ण नियुक्ति पर मुहर लगाई। संजय मल्होत्रा मौजूदा गवर्नर शक्तिकांत दास की जगह लेंगे, जो 2018 से RBI के गवर्नर के रूप में कार्य कर रहे थे। संजय मल्होत्रा 11 दिसंबर 2024 से अपना कार्यभार संभालेंगे।
Sanjay मल्होत्रा की प्रोफाइल
Sanjay मल्होत्रा 1990 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी हैं और वर्तमान में केंद्र सरकार में रेवेन्यू सचिव के रूप में कार्यरत हैं। उनके पास सार्वजनिक प्रशासन और वित्तीय क्षेत्र में गहरी विशेषज्ञता है। संजय मल्होत्रा को अपनी प्रशासनिक यात्रा में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ मिली हैं, और उन्होंने वित्त, कराधान और नीति निर्माण के क्षेत्र में काम किया है। उनका प्रशासनिक करियर काफी प्रभावशाली रहा है, और उनकी नियुक्ति ने यह संकेत दिया है कि सरकार को उनके अनुभव और क्षमता पर पूरा विश्वास है।
नियुक्ति के कारण और महत्व
RBI के गवर्नर का पद देश के आर्थिक और मौद्रिक नीति के संचालन में एक केंद्रीय भूमिका निभाता है। इस पद पर नियुक्ति केवल एक प्रशासनिक फैसला नहीं, बल्कि देश के वित्तीय क्षेत्र और समग्र आर्थिक स्थिति पर दूरगामी असर डालने वाला कदम है। संजय मल्होत्रा की नियुक्ति के साथ, सरकार ने एक ऐसे व्यक्ति को चुना है, जिनके पास वित्तीय नीति, अर्थशास्त्र, और सरकारी प्रबंधन का ठोस अनुभव है। उनके पास कराधान और राजस्व प्रशासन का भी गहरा अनुभव है, जो भारतीय रिजर्व बैंक के समक्ष आने वाले वित्तीय और मौद्रिक चुनौतियों को प्रभावी ढंग से संभालने में मदद करेगा।
शक्तिकांत दास का कार्यकाल
Sanjay मल्होत्रा के नियुक्ति से पहले, शक्तिकांत दास भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के रूप में कार्य कर रहे थे। उनका कार्यकाल भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण रहा, विशेष रूप से कोविड-19 महामारी के दौरान मौद्रिक नीति और आर्थिक सुधारों के मामलों में उनके नेतृत्व की सराहना की गई। उनकी योजनाओं ने भारतीय रिजर्व बैंक को सशक्त बनाया और उसे विभिन्न आर्थिक संकटों के दौरान एक स्थिर स्थिति में बनाए रखा। संजय मल्होत्रा अब उनकी जगह लेंगे और मौजूदा आर्थिक स्थिति में RBI की भूमिका को आगे बढ़ाएंगे।
नए गवर्नर के सामने चुनौतियाँ
संजय मल्होत्रा के सामने कई प्रमुख चुनौतियाँ होंगी, जैसे कि मुद्रास्फीति की स्थिति, देश के वित्तीय बाजारों की स्थिरता, और विदेशी निवेश की स्थिति में सुधार। इसके अलावा, डिजिटल मुद्राओं और क्रिप्टोकरेंसी के बढ़ते प्रभाव को भी नियंत्रित करना होगा। उनकी विशेषज्ञता और अनुभव से उम्मीद की जाती है कि वह RBI को इन चुनौतियों से निपटने के लिए प्रभावी रूप से मार्गदर्शन करेंगे।
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संजय मल्होत्रा की नियुक्ति भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर के रूप में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भारतीय वित्तीय क्षेत्र के लिए एक नई दिशा और उम्मीद का प्रतीक है। उनके पास प्रशासनिक और वित्तीय क्षेत्र में गहरा अनुभव है, जो उन्हें RBI के गवर्नर के रूप में सफल होने में मदद करेगा। 11 दिसंबर को कार्यभार संभालने के बाद, संजय मल्होत्रा भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति और अर्थव्यवस्था के मामलों में नए दृष्टिकोण और नीतियाँ लेकर आएंगे।