Maharashtra विधानसभा चुनाव: संपूर्ण कवरेज

Maharashtra में महायुति सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां ज़ोरों पर हैं, जो 5 दिसंबर को निर्धारित है।

एकनाथ शिंदे अस्पताल में भर्ती

Maharashtra में महायुति सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां ज़ोरों पर हैं, जो 5 दिसंबर को निर्धारित है। इसी बीच, कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को तबीयत बिगड़ने के कारण ठाणे के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

डिप्टी सीएम के नाम पर शिवसेना में असमंजस

शिवसेना अब तक उपमुख्यमंत्री पद के लिए नाम तय नहीं कर पाई है। पार्टी के भीतर विचार-विमर्श जारी है, लेकिन अभी तक कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है।

बीजेपी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार पर सस्पेंस

मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे माने जा रहे हैं, लेकिन बीजेपी की केंद्रीय नेतृत्व ने अभी तक इस पर चुप्पी साध रखी है।
इस बीच, केंद्रीय नेतृत्व ने निर्मला सीतारमण और विजय रुपाणी को बीजेपी विधायक दल की बैठक की निगरानी के लिए नियुक्त किया है।

शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां

महायुति की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह मुंबई के प्रतिष्ठित शिवाजी पार्क में होने की संभावना है। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह समेत कई बड़े नेता शामिल हो सकते हैं।

चुनाव के मुख्य मुद्दे

  1. मराठा आरक्षण: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण एक बड़ा चुनावी मुद्दा रहा। कई दलों ने इस पर वादे किए हैं, लेकिन समाधान अब भी अधूरा है।
  2. किसान संकट: किसानों की आत्महत्याओं और कर्ज माफी जैसे मुद्दों ने भी चुनावी बहस को गर्म रखा।
  3. महंगाई और बेरोजगारी: विपक्ष ने महंगाई और रोजगार के मुद्दे पर सरकार को जमकर घेरा।
  4. इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास: मुंबई और पुणे जैसे शहरों में मेट्रो परियोजनाओं और अन्य विकास कार्यों को लेकर बीजेपी ने जोर दिया।

चुनाव परिणाम का विश्लेषण

चुनाव परिणामों ने एक बार फिर से भाजपा-शिवसेना महायुति को सत्ता में वापसी दिलाई। हालांकि, विपक्ष ने आरोप लगाया कि चुनाव में धनबल और बाहुबल का जमकर इस्तेमाल हुआ।

आगे की रणनीति

नई सरकार के सामने कई चुनौतियां हैं, जिनमें किसानों की समस्याओं का समाधान, बेरोजगारी दूर करना, और राज्य में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देना शामिल है।

Parliament के सातवें दिन लोकसभा और राज्यसभा में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा

Maharashtra की राजनीति के इस नए अध्याय पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। आगामी शपथ ग्रहण समारोह में नई सरकार की प्राथमिकताएं और एजेंडा स्पष्ट होने की उम्मीद है।

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