Adani समूह के CFO का बयान: अमेरिकी रिश्वत मामले में एक ही अनुबंध शामिल

Adani , भारत के प्रमुख उद्योगपति, और उनके समूह के खिलाफ अमेरिका में लगे रिश्वत आरोपों पर Adani समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) जुगेन्द्र सिंह ने सफाई दी है

गौतम Adani , भारत के प्रमुख उद्योगपति, और उनके समूह के खिलाफ अमेरिका में लगे रिश्वत आरोपों पर Adani समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) जुगेन्द्र सिंह ने सफाई दी है। 23 नवंबर 2024 को दिए अपने बयान में, सिंह ने कहा कि अमेरिकी अधिकारियों द्वारा दायर आरोपों का संबंध केवल अदानी ग्रीन एनर्जी के एक अनुबंध से है, जो समूह के कुल कारोबार का लगभग 10 प्रतिशत है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अदानी समूह की अन्य कंपनियों को इस मामले में किसी प्रकार का दोषी नहीं ठहराया गया है।

रिश्वत मामले का विस्तार और आरोप

इससे पहले, 20 नवंबर 2024 को अमेरिकी अभियोजकों ने गौतम Adani और उनके सात सहयोगियों पर 265 मिलियन डॉलर की रिश्वत योजना में शामिल होने का आरोप लगाया था। आरोप है कि अदानी समूह ने भारतीय सरकारी अधिकारियों को पावर-प्रदायन सौदों को सुरक्षित करने के लिए रिश्वत दी थी। इस आरोप के बाद अदानी समूह ने इसे “बेवजह” और “गैर-सत्य” बताया है और कहा है कि यह आरोप उनके व्यवसायों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से लगाए गए हैं।

Adani समूह के खिलाफ कोई और आरोप नहीं

Adani समूह के CFO जुगेन्द्र सिंह ने इस बात का जोरदार बचाव किया कि समूह की 11 सार्वजनिक कंपनियों में से कोई भी इस कानूनी मामला का हिस्सा नहीं है। सिंह ने कहा, “हमारे समूह की कोई भी कंपनी आरोपों का सामना नहीं कर रही है और न ही किसी को कानूनी प्रक्रिया में सम्मिलित किया गया है।” उनका कहना था कि यह मामला अदानी ग्रीन एनर्जी के एक अनुबंध से संबंधित है और यह समूह के कुल कारोबार का केवल 10 प्रतिशत ही है।

Adani समूह का जवाब: आरोप बेबुनियाद

Adani समूह ने आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया और इसे अपने खिलाफ एक साजिश बताया। समूह ने एक बयान में कहा था, “हमारे खिलाफ लगे सभी आरोप बेबुनियाद हैं। हम पूरी तरह से विश्वास रखते हैं कि हमारी कंपनियों का संचालन पूरी तरह से कानूनी और पारदर्शी तरीके से होता है।” समूह ने यह भी कहा कि वे इस मामले में पूरी तरह से सहयोग करने को तैयार हैं और जो भी कानूनी कार्रवाई की आवश्यकता होगी, वह करेंगे।

वित्तीय और कानूनी दृष्टिकोण

Adani समूह की वित्तीय स्थिति और कानूनी स्थिति पर इस आरोप का असर होगा या नहीं, यह देखने वाली बात होगी। अदानी ग्रीन एनर्जी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन समूह की अन्य कंपनियाँ, जैसे कि अदानी पोर्ट्स, अदानी ट्रांसमिशन, और अदानी एंटरप्राइजेज, भी प्रमुख उद्योगों में काम कर रही हैं। इसके बावजूद, इस मामले से अदानी समूह की वैश्विक छवि और विश्वसनीयता पर असर पड़ सकता है।

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अदानी समूह और उनके CFO ने अमेरिकी रिश्वत आरोपों को एक विवादास्पद और बेबुनियाद मामला करार दिया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि केवल एक अनुबंध के कारण समूह को निशाना बनाया जा रहा है और अन्य कंपनियों पर कोई आरोप नहीं है। हालांकि, यह मामला अदानी समूह के लिए कानूनी और वित्तीय दृष्टिकोण से गंभीर हो सकता है, और इसकी जांच के परिणाम से भविष्य में बड़े असर की उम्मीद है।

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