Trump के राष्ट्रपति बनने से पहले एलन मस्क की नाराजगी: मंत्रियों के चयन पर बड़ा विवाद
Trump के राष्ट्रपति बनने से पहले ही एक नई सियासी हलचल सामने आई है, जिसमें उद्योगपति एलन मस्क और ट्रंप के करीबी सलाहकार बोरिस एप्सटेन के बीच तनाव बढ़ गया है।
Trump के राष्ट्रपति बनने से पहले ही एक नई सियासी हलचल सामने आई है, जिसमें उद्योगपति एलन मस्क और ट्रंप के करीबी सलाहकार बोरिस एप्सटेन के बीच तनाव बढ़ गया है। यह विवाद कैबिनेट नियुक्तियों को लेकर हुआ, और सूत्रों के मुताबिक, यह घटना एक डिनर पार्टी के दौरान तेज़ हो गई। इस रिपोर्ट ने ट्रंप के चुनावी टीम और उनके महत्वपूर्ण सहयोगियों के बीच छिपे हुए संघर्ष को उजागर किया है।
एलन मस्क की बढ़ती ताकत और नाराजगी
डोनाल्ड Trump के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद एलन मस्क को एक शक्तिशाली और प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में देखा जा रहा है। नवंबर 2024 के चुनाव में ट्रंप की जीत के बाद मस्क, जो पहले से ही कई प्रमुख उद्योगों में प्रभाव रखते थे, अब ट्रंप के प्रशासन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की ओर अग्रसर हो रहे हैं। हालांकि, मस्क की बढ़ती ताकत और उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं ने ट्रंप के पुराने सहयोगियों को चिंता में डाल दिया है, खासकर बोरिस एप्सटेन को, जो लंबे समय से ट्रंप के सलाहकार रहे हैं।
कैबिनेट नियुक्तियों पर मस्क का सवाल उठाना
यह विवाद तब शुरू हुआ जब एलन मस्क ने मार-ए-लागो क्लब में एक डिनर के दौरान बोरिस एप्सटेन द्वारा चयनित कुछ कैबिनेट उम्मीदवारों पर सवाल उठाए। रिपोर्ट के अनुसार, मस्क ने इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त की कि एप्सटेन द्वारा चुने गए कुछ उम्मीदवार ट्रंप के प्रशासन के लिए सही नहीं हो सकते। यह एक गंभीर विवाद का रूप ले लिया, क्योंकि एप्सटेन ने लंबे समय तक ट्रंप के लिए रणनीतिक सलाह दी थी और उनकी सोच का गहरा असर था।
बोरिस एप्सटेन की प्रतिक्रिया
कैबिनेट चयन पर मस्क के सवाल उठाने के बाद बोरिस एप्सटेन भड़क गए और मस्क से तीखी बहस की। सूत्रों के मुताबिक, एप्सटेन ने मस्क के आलोचनाओं को नकारते हुए कहा कि वह ट्रंप के करीबी सलाहकार हैं और उन्होंने जो उम्मीदवार चुने हैं, वे प्रशासन के लिए उपयुक्त हैं। इस बीच, मस्क ने एप्सटेन पर यह भी आरोप लगाया कि वह ट्रंप के निजी निर्णयों को मीडिया में लीक करते हैं, जिससे प्रशासन की छवि को नुकसान होता है।
Trump के प्रशासन में शक्ति संघर्ष
इस घटनाक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि Trump के प्रशासन में केवल राजनीतिक और रणनीतिक सलाहकारों के बीच ही नहीं, बल्कि विभिन्न प्रभावशाली व्यक्तियों के बीच भी सत्ता संघर्ष हो सकता है। एलन मस्क और बोरिस एप्सटेन दोनों ही ट्रंप के लिए अहम हैं, लेकिन उनके बीच विचारधारा और दृष्टिकोण का अंतर प्रशासन में भविष्य में और भी जटिलताएँ पैदा कर सकता है।
मीडिया लीक का मुद्दा
मस्क का आरोप था कि एप्सटेन Trump के निजी निर्णयों को मीडिया में लीक करते हैं, जिससे प्रशासन की गोपनीयता और एकता को नुकसान होता है। यह आरोप न केवल व्यक्तिगत स्तर पर एक तकरार को दर्शाता है, बल्कि यह ट्रंप के चुनावी टीम के अंदर की असहमति और विवादों को भी उजागर करता है। ऐसे आरोप चुनावी माहौल में और भी जटिलताएँ पैदा कर सकते हैं, खासकर जब प्रशासन में पारदर्शिता और रणनीतिक एकता की आवश्यकता हो।
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एलन मस्क और बोरिस एप्सटेन के बीच का विवाद यह दर्शाता है कि ट्रंप के प्रशासन में अंदरूनी राजनीति और शक्ति संघर्ष किसी भी बड़ी चुनावी घटना का हिस्सा हो सकते हैं। जहां एक ओर मस्क की राजनीतिक ताकत बढ़ रही है, वहीं एप्सटेन जैसे पुराने सलाहकार भी अपनी स्थिति को बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस घटनाक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आगामी दिनों में ट्रंप के प्रशासन में और भी अंदरूनी विवाद और तनाव सामने आ सकते हैं, जो ट्रंप की राजनीति को प्रभावित कर सकते हैं।