India-Italy संबंधों को नई दिशा: पीएम मोदी और मेलोनी की बैठक में रोडमैप तय
India-Italy के बीच रिश्तों को नया आयाम देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने हाल ही में पांचवीं बार मुलाकात की।
India-Italy के बीच रिश्तों को नया आयाम देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने हाल ही में पांचवीं बार मुलाकात की। इस बैठक में दोनों नेताओं ने अगले पांच वर्षों के लिए एक व्यापक रोडमैप तैयार किया, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच आर्थिक, व्यापारिक और सामरिक संबंधों को मजबूत बनाना है। इस बैठक में भारत-इटली द्विपक्षीय संबंधों को और विस्तार देने पर चर्चा हुई, साथ ही कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की दिशा पर सहमति बनी।
India-Italy कार्य योजना 2025-29 की घोषणा
पीएम मोदी और मेलोनी की बैठक में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत, दोनों देशों ने 2025 से 2029 तक के लिए एक कार्य योजना की घोषणा की। इस योजना का उद्देश्य व्यापार, निवेश, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, और संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देना है। खासकर आर्थिक संबंधों को प्रगति की दिशा में एक नई गति देने के लिए इस रोडमैप को अहम माना जा रहा है।
India-Italy कार्य योजना में खास तौर पर दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए उपायों की पहचान की गई है। इसके तहत, दो देशों के बीच व्यापार के रास्ते खोलने, नए निवेश अवसरों का निर्माण, और आर्थिक सहयोग को प्रोत्साहित करने की दिशा में कई कदम उठाए जाएंगे।
अर्थव्यवस्था को मिलेगा बूस्टर डोज
पीएम मोदी और मेलोनी की बैठक में एक और महत्वपूर्ण पहल की घोषणा की गई, जो दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को बूस्टर डोज देने के लिए अहम साबित हो सकती है। दोनों देशों के बीच व्यापारिक साझेदारी को बढ़ाने, निवेश को आकर्षित करने और उद्योगों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए कई आर्थिक उपायों पर सहमति बनी। इस बैठक के बाद, भारत और इटली के बीच व्यापारिक और निवेशिक संबंधों में विस्तार की संभावना मजबूत हुई है। विशेष रूप से, तकनीकी क्षेत्र और हरित ऊर्जा, दोनों देशों के लिए संभावनाओं से भरे हुए क्षेत्रों के रूप में उभरे हैं।
जी20 सम्मेलन में भारत-इटली के सहयोग की बात
India-Italy के बीच सहयोग का एक प्रमुख बिंदु जी20 सम्मेलन में भी सामने आया। दोनों देशों ने जी20 के तहत वैश्विक आर्थिक विकास और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करने की योजना बनाई। पीएम मोदी और मेलोनी ने इस सम्मेलन में दोनों देशों के साझा दृष्टिकोण पर चर्चा की, जो विशेष रूप से जलवायु परिवर्तन, डिजिटल नवाचार और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं की स्थिरता से संबंधित था।
द्विपक्षीय संबंधों में और क्या बदलाव आएंगे?
India-Italy के बीच इस बैठक के बाद कई अन्य क्षेत्रों में भी सहयोग बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। दोनों देशों ने शैक्षिक, सांस्कृतिक और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में भी अपने रिश्तों को मजबूत करने पर चर्चा की। इसके अतिरिक्त, सुरक्षा और सामरिक सहयोग के क्षेत्र में भी दोनों देशों के बीच समझौते की संभावना को लेकर विचार-विमर्श हुआ।
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पीएम मोदी और मेलोनी के बीच हुई इस बैठक ने भारत और इटली के संबंधों को एक नई दिशा दी है। पांच साल के रोडमैप से स्पष्ट है कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक, आर्थिक और सामरिक सहयोग को बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। भारत और इटली के बीच भविष्य में होने वाले सहयोग से न केवल इन देशों के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती मिलेगी, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर भी आर्थिक प्रगति और स्थिरता की दिशा में योगदान करेगा।