Manipur Violence: कोकोमी का बड़ा प्रदर्शन, सरकारी कार्यालयों पर ताले; इंटरनेट निलंबित
Manipur में कोकोमी समुदाय द्वारा बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया गया, जिसमें उन्होंने सरकारी कार्यालयों पर ताले जड़ दिए।
Manipur में कोकोमी समुदाय द्वारा बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया गया, जिसमें उन्होंने सरकारी कार्यालयों पर ताले जड़ दिए। यह प्रदर्शन राज्य में बढ़ते तनाव और उग्रवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर किया गया था। प्रदर्शनकारी कोकोमी समुदाय के सदस्य सरकार से उग्रवादियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे, जो राज्य में हालिया हिंसा के लिए जिम्मेदार माने जा रहे हैं। प्रदर्शनकारी दावा कर रहे हैं कि राज्य सरकार उग्रवादियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई नहीं कर रही है, जिससे स्थानीय समुदाय में डर और असंतोष बढ़ रहा है।
Manipur में फिर से हिंसा
Manipur में हाल ही में छह लोगों की हत्या के बाद स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है। बिष्णुपुर जिले में इन हत्याओं के बाद, पूरे राज्य में अशांति फैल गई। मणिपुर के विभिन्न हिस्सों में जातीय संघर्ष और साम्प्रदायिक तनाव बढ़ने के कारण सुरक्षा स्थिति और भी जटिल हो गई है। अधिकारियों ने हिंसा को रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात किया है, लेकिन स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में नहीं आ पाई है।
प्रदर्शनकारी इस हिंसा के लिए उग्रवादी समूहों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं और सरकार से इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। कोकोमी समुदाय ने आरोप लगाया कि हिंसा की जड़ में उग्रवादी संगठन हैं, जिनका राज्य में बढ़ता प्रभाव सरकार की निष्क्रियता के कारण और भी मजबूत हुआ है।
सात जिलों में इंटरनेट सेवा पर रोक
राज्य में बढ़ते तनाव और हिंसा को देखते हुए, मणिपुर सरकार ने इंटरनेट सेवा को सात जिलों में निलंबित कर दिया है। इंटरनेट की बंदी से सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर हिंसा और विरोध की घटनाओं को फैलने से रोकने की कोशिश की जा रही है। सरकार ने यह कदम हिंसा को और बढ़ने से रोकने के लिए उठाया है, ताकि अफवाहों का प्रसार और असामाजिक गतिविधियों को नियंत्रित किया जा सके।
सात जिलों में इंटरनेट सेवा की निलंबन ने आम जनता को भी परेशान किया है, क्योंकि ऑनलाइन शिक्षा, व्यवसाय और आपातकालीन सेवाओं पर भी असर पड़ा है। हालांकि, प्रशासन का कहना है कि यह कदम सार्वजनिक शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए जरूरी था।
सुरक्षा बलों की कार्रवाई
Manipur में सुरक्षा बलों को आदेश दिए गए हैं कि वे स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए कड़ी कार्रवाई करें। राज्य के प्रमुख शहरों में पुलिस और सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ा दी गई है, और सीआरपीएफ और एसएसबी के जवानों को तैनात किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि वे हिंसा में शामिल व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए अभियान चला रहे हैं। इसके साथ ही, सुरक्षा बलों ने यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ा गश्त और निगरानी रखी है कि प्रदर्शनों और हिंसक घटनाओं का दायरा बढ़े नहीं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
Manipur में बढ़ते तनाव पर राजनीतिक नेताओं की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने स्थिति पर चिंता व्यक्त की है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। वहीं, विपक्षी दलों ने सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया है कि सरकार हालात को नियंत्रण में रखने में नाकाम रही है। वे प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता दिखाते हुए सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
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Manipur में हिंसा और जातीय तनाव के बढ़ने से स्थिति गंभीर हो गई है। कोकोमी समुदाय का बड़ा प्रदर्शन और सरकारी कार्यालयों पर ताले जड़ने का कदम सरकार के खिलाफ गुस्से का प्रतीक है। राज्य में बढ़ते असंतोष और हत्याओं के बाद, इंटरनेट सेवा पर रोक और सुरक्षा बलों की तैनाती ने राज्य में स्थिति को और पेचीदा बना दिया है। अब देखना यह होगा कि सरकार इस संकट का समाधान कैसे करती है और क्या स्थिति जल्द सामान्य हो पाती है।