Ajit Pawar ने बताया क्यों पूर्व कांग्रेस CM को मानते हैं सबसे बेहतर

Ajit पवार ने हाल ही में एक साक्षात्कार में अपने विचार साझा किए और कुछ अहम मुद्दों पर अपनी राय दी।

महाराष्ट्र की राजनीति इन दिनों गर्मी में है। विधानसभा चुनावों से पहले, राज्य की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों के बीच संघर्ष बढ़ चुका है। ऐसे में, एनसीपी (नेशनल कांग्रेस पार्टी) के डिप्टी सीएम Ajit पवार ने हाल ही में एक साक्षात्कार में अपने विचार साझा किए और कुछ अहम मुद्दों पर अपनी राय दी। इस बातचीत में उन्होंने पूर्व कांग्रेस सीएम को अपने पसंदीदा मुख्यमंत्री के रूप में चुना और इसके पीछे की वजह भी बताई।

Ajit पवार के पसंदीदा सीएम: पूर्व कांग्रेस नेता

Ajit पवार ने कहा कि उन्हें पूर्व कांग्रेस सीएम, जिन्होंने महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद संभाला, सबसे बेहतर नेता मानते हैं। उन्होंने इसके पीछे यह तर्क दिया कि वह अपने फैसलों में बेहद मजबूत और दूरदर्शी थे। अजित पवार ने यह भी स्पष्ट किया कि वह उन्हें एक प्रभावी और सक्षम नेता के रूप में देखते हैं, जिन्होंने राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

यह बयान उस समय आया है जब महाराष्ट्र की राजनीति में महा विकास आघाड़ी (MVA) और महायुति (बिजेपी-शिवसेना) के बीच तेज आरोप-प्रत्यारोप हो रहे हैं। इस बीच, अजित पवार का यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है।

निराशाजनक लोकसभा प्रदर्शन के बावजूद विधानसभा चुनावों में सकारात्मकता

Ajit पवार ने 2019 के लोकसभा चुनावों में एनसीपी के निराशाजनक प्रदर्शन के बावजूद, आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाया। उन्होंने कहा कि इस बार उनकी पार्टी ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करेगी और चुनाव में अच्छा परिणाम प्राप्त करेगी। उनका मानना है कि उनकी पार्टी का आधार मजबूत है और आगामी चुनावों में एनसीपी अपने प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी टक्कर देगी।

अडानी के साथ बैठक पर अजित पवार का बयान

Ajit पवार ने 2019 में दिल्ली में हुई बैठक का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह बैठक प्रफुल्ल पटेल, गृह मंत्री अमित शाह, शरद पवार और देवेंद्र फड़नवीस के साथ हुई थी। अजित पवार ने इस बात पर जोर दिया कि इसमें अडानी का कोई रोल नहीं था। उन्होंने कहा कि कई महत्वपूर्ण बैठकों का आयोजन सरकार गठन के लिए हुआ था और इसमें वह प्रफुल्ल पटेल और अन्य नेताओं के साथ शामिल थे।

यह बयान उस समय आया है जब शरद पवार के बारे में कई विवाद उठ रहे हैं, जिसमें उन्होंने राज्य में निवेश लाने के लिए उद्योगपतियों से मुलाकात की थी। अजित पवार ने इस मुद्दे पर चुप्पी साधते हुए कहा कि वह शरद पवार के बयान पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे और यह कि राज्य में निवेश लाना एक सामान्य प्रक्रिया है।

चाचा शरद पवार और परिवार में खींचतान पर क्या बोले अजित पवार?

अजित पवार ने शरद पवार के साथ अपने रिश्तों पर भी बात की। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उनके बीच कोई बड़ा मतभेद नहीं है, लेकिन कभी-कभी राजनीति में खींचतान होती है। उनकी टिप्पणी यह भी संकेत देती है कि पार्टी में अंदरूनी मतभेदों के बावजूद, उनका परिवार और नेतृत्व एकजुट है।

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राजनीति में एक नई दिशा की ओर बढ़ते अजित पवार

Ajit पवार का यह बयान न केवल उनके राजनीतिक दृष्टिकोण को दर्शाता है, बल्कि यह भी संकेत करता है कि वह आने वाले चुनावों में राज्य की राजनीति को एक नई दिशा देने के लिए तैयार हैं। उनकी स्पष्टता और आत्मविश्वास ने यह साबित कर दिया कि एनसीपी इस चुनावी मुकाबले में अपनी ताकत का प्रदर्शन करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

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