फर्जी हस्ताक्षर कर 1 करोड़ 27 लाख रुपये निकालने के मामले में नगर पालिका अध्यक्ष अजय आर्य व उनका भाई गिरफ्तार
श्रावस्ती – भिनगा कोतवाली में दर्ज एक मामले को लेकर भिनगा नगर पालिका अध्यक्ष अजय आर्य व उनके छोटे भाई आशीष आर्य को जिले की क्राइम ब्रांच टीम ने लखनऊ से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अजय आर्य व आशीष आर्य पर एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के चेक पर फर्जी हस्ताक्षर बनाकर 1 करोड़ 27 लाख रुपये निकाले जाने का आरोप था। जो पुलिस की जांच में सही भी पाया गया। उसी मामले को लेकर पुलिस ने दोनों लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
दरअसल भिनगा नगर पालिका अध्यक्ष अजय आर्य व उनके भाई आशीष आर्य के खिलाफ गिलौला बाज़ार निवासी राम प्रताप गुप्ता पुत्र जगदीश गुप्ता ने एक फरवरी 2018 को थाना कोतवाली भिनगा में धारा 419, 420, 467, 468, 471 में मुकदमा पंजीकृत कराया था। जिसमें ये आरोप था कि नगर पालिका अध्यक्ष अजय आर्य व उनके छोटे भाई आशीष आर्य द्वारा प्रताप कंस्ट्रक्शन कंपनी के चेक पर फर्जी हस्ताक्षर कर 1 करोड़ 27 लाख रुपये निकाले गए। मामले को संज्ञान में लेकर एसपी ने इसकी विवेचना क्राइम ब्रांच को सौंपी थी। क्राइम ब्रांच इसकी विवेचना कर रही थी। विवेचना के दौरान विवेचक द्वारा प्राप्त अभिलेखीय साक्ष्य को विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) लखनऊ से परीक्षण भी कराया गया था। जिसमें दोनो लोगो के खिलाफ साक्ष्य पाए गए। जिसके आधार पर नगर पालिका अध्यक्ष अजय आर्य और उनके भाई आशीष आर्य के विरुद्ध इसी मामले में मंगलवार को सीजेएम द्वारा गैर जमानतीय वारंट भी जारी किया गया था। पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह द्वारा अजय आर्य व आशीष आर्य की गिरफ्तारी के लिए अपर पुलिस अधीक्षक बीसी दूबे व क्षेत्राधिकारी क्राइम डा0 जंगबहादुर यादव को निर्देशित किया गया था। जिनके निर्देशन में क्राइम ब्रांच टीम को लगाया गया था। जिसके बाद क्राइम ब्रांच टीम ने बुधवार को अजय आर्य व आशीष आर्य को लखनऊ के हनीमैन चौराहे से गिरफ्तार कर न्यायलय में प्रस्तुत कर जेल भेज दिया है।
वहीं इस संबंध में भिनगा कोतवाली प्रभारी निरीक्षक दद्दन सिंह ने बताया कि चेक पर फर्जी हस्ताक्षर कर रुपये निकाले जाने के मामले में पालिका अध्यक्ष अजय आर्य व आशीष आर्य के विरुद्ध फरवरी 2018 में एक मुकदमा लिखा गया था। उसी मामले में आज क्राइम ब्रांच ने दोनों लोगो को लखनऊ से गिरफ्तार किया है।