Manipur में पुलिस स्टेशन पर हमला, गोलीबारी में 11 की मौत
Manipur , जो भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में स्थित है, पिछले साल से लगातार हिंसा की चपेट में है। राज्य में बहुसंख्यक मैतेई समुदाय और आदिवासी कुकी समुदाय के बीच छिटपुट संघर्ष जारी है।
Manipur में जारी हिंसा
Manipur , जो भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में स्थित है, पिछले साल से लगातार हिंसा की चपेट में है। राज्य में बहुसंख्यक मैतेई समुदाय और आदिवासी कुकी समुदाय के बीच छिटपुट संघर्ष जारी है। इस संघर्ष ने न केवल राजनीतिक और सामाजिक तनाव को बढ़ाया है, बल्कि इसके परिणामस्वरूप कई जिंदगियां भी गई हैं। मई 2023 में हुई संघर्षों की शुरुआत के बाद से अब तक कम से कम 250 लोग मारे जा चुके हैं, और लगभग 60,000 लोग अपने घरों से बेघर हो चुके हैं।
पुलिस स्टेशन पर हमला
हाल ही में, Manipur के जिरीबाम जिले में कुछ बदमाशों ने एक पुलिस स्टेशन पर हमला करने की कोशिश की। जिला के डिप्टी कमिश्नर कृष्ण कुमार ने बताया कि यह हमला दोपहर के समय हुआ। हमलावरों की संख्या ज्यादा थी, लेकिन केंद्रीय सुरक्षा बलों के त्वरित और निर्णायक जवाबी कार्रवाई में 10 हमलावर मारे गए। इस गोलीबारी में एक पुलिसकर्मी की भी मौत हुई, जिससे कुल मृतकों की संख्या 11 हो गई।
पिछले सप्ताह का तनाव
यह हिंसा एक ऐसे समय में हुई है, जब राज्य में पहले से ही तनाव का माहौल था। पिछले सप्ताह, एक 31 वर्षीय आदिवासी महिला को जलाकर मार डाला गया था, जिससे स्थिति और भी बिगड़ गई थी। इस जघन्य अपराध ने दोनों समुदायों के बीच और अधिक नफरत और संघर्ष को बढ़ावा दिया।
मैतेई और कुकी समुदाय के बीच विवाद
Manipur की हिंसा की जड़ें मुख्य रूप से मैतेई समुदाय और कुकी आदिवासी समुदाय के बीच संघर्षों में हैं। मणिपुर हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को आदेश दिया था कि वह कुकी समुदाय को मिलने वाली सरकारी नौकरियों और शिक्षा में विशेष आर्थिक लाभ और कोटा को मैतेई समुदाय तक भी बढ़ाने पर विचार करे। इस आदेश के बाद से दोनों समुदायों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया, और हिंसा ने फिर से उग्र रूप धारण कर लिया।
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केंद्र और राज्य सरकार की स्थिति
Manipur की स्थिति अब एक गंभीर संकट बन चुकी है। राज्य सरकार और केंद्रीय सुरक्षा बलों की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन स्थानीय समुदायों के बीच गहरी असहमति और अविश्वास के कारण शांति स्थापित करना चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।
मानवीय संकट और भविष्य की दिशा
वर्तमान हिंसा ने Manipur में मानवीय संकट पैदा कर दिया है, और इसके समाधान के लिए जरूरी है कि दोनों समुदायों के बीच संवाद और सुलह की प्रक्रिया शुरू की जाए। यदि जल्द ही कोई ठोस समाधान नहीं निकला, तो मणिपुर की स्थिति और अधिक बिगड़ सकती है।