SC से केजरीवाल को राहत, अब लालू यादव को भी मिलेगी राहत

SC में दायर की, तो उन्होंने अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का उदाहरण पेश किया।

SC से सुभाष यादव को मिली जमानत, केजरीवाल का उदाहरण लिया

कोडरमा विधानसभा सीट से राजद उम्मीदवार सुभाष यादव को राहत

झारखंड के कोडरमा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे राजद (राष्ट्रीय जनता दल) के प्रत्याशी सुभाष यादव को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में आरोपी सुभाष यादव को जमानत मिल गई है। गुरुवार को जब सुभाष यादव ने अपनी जमानत की याचिका SC में दायर की, तो उन्होंने अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का उदाहरण पेश किया।

केजरीवाल को मिली जमानत का हवाला

सुभाष यादव ने अपने केस में राहत की मांग करते हुए कहा कि उन्हें भी अरविंद केजरीवाल की तरह जमानत मिलनी चाहिए, जिन्हें लोकसभा चुनाव के दौरान SC से जमानत मिल गई थी। इस तर्क का उद्देश्य यह था कि केजरीवाल को भी मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में जमानत दी गई थी, तो उन्हें क्यों नहीं दी जा सकती।

ईडी ने जताई आपत्ति

सुभाष यादव की जमानत याचिका पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कड़ी आपत्ति जताई। ईडी ने कहा कि सुभाष यादव के खिलाफ गंभीर आरोप हैं और उन्हें जमानत नहीं दी जानी चाहिए, क्योंकि उनका प्रभाव चुनाव में इस्तेमाल हो सकता है। ईडी ने यह भी दावा किया कि सुभाष यादव का रिकार्ड और उनकी गतिविधियों को देखते हुए, उन्हें जमानत देना अदालत के लिए जोखिम भरा हो सकता है।

सुप्रीम कोर्ट का फैसला

हालांकि, SC ने सुभाष यादव की जमानत याचिका को स्वीकार कर लिया और उन्हें जमानत प्रदान की। इस फैसले से सुभाष यादव को न सिर्फ व्यक्तिगत राहत मिली, बल्कि उनके चुनावी अभियान को भी बल मिलेगा। अब वह कोडरमा विधानसभा चुनाव में अपनी कड़ी राजनीतिक लड़ाई जारी रख सकते हैं।

लालू यादव को भी मिल सकती है राहत

इस फैसले का एक अप्रत्यक्ष प्रभाव राजद के प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर भी पड़ सकता है। लालू यादव पर भी मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं और यदि सुभाष यादव को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल सकती है, तो भविष्य में लालू यादव को भी राहत मिल सकती है, क्योंकि उनके केस में भी कई समानताएं हैं।

Putin का अमेरिका को बड़ा संदेश, भारत को बताया महान देश

SC का यह फैसला मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में राहत पाने की संभावना को उजागर करता है। इसके अलावा, इस फैसले से यह भी साबित होता है कि चुनावी मामलों में जमानत मिलना संभव है, यदि व्यक्ति ने अपने चुनावी दायित्वों को निभाने की इच्छा जताई हो। सुभाष यादव को मिली जमानत से उनकी राजनीतिक यात्रा में नया मोड़ आ सकता है, और यह पूरे राजद पार्टी के लिए एक बड़ी राहत है।

Related Articles

Back to top button