Israel में सरकार और सेना के बीच विवाद: नेतन्याहू और रक्षा मंत्री के मतभेद
Israel में इन दिनों एक गंभीर राजनीतिक संकट सामने आया है, जहां प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री योआव गालांट के बीच मतभेदों के कारण देश की सेना की स्थिति पर असर पड़ रहा है।
Israel में इन दिनों एक गंभीर राजनीतिक संकट सामने आया है, जहां प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री योआव गालांट के बीच मतभेदों के कारण देश की सेना की स्थिति पर असर पड़ रहा है। यह विवाद एक अहम मुद्दे पर केंद्रित है – इजरायल के न्यायिक सुधारों को लेकर सेना का विरोध।
Israel नेटन्याहू की सरकार ने न्यायिक सुधारों का प्रस्ताव रखा था, जो सुप्रीम कोर्ट की शक्तियों को कम करने के लिए थे। हालांकि, इस प्रस्ताव को लेकर देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे थे और सेना में भी असंतोष फैलने लगा। कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने इस प्रस्ताव का विरोध किया, और सेना के भीतर भी कई सदस्य इस मुद्दे पर खुलकर अपनी नाराजगी जता रहे थे।
इसी बीच, रक्षा मंत्री योआव गालांट ने प्रधानमंत्री नेतन्याहू से न्यायिक सुधारों पर पुनर्विचार करने की अपील की। गालांट का कहना था कि अगर यह विवाद बढ़ता रहा तो इजरायल की राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि सेना के उच्च अधिकारी और सैनिक इस मुद्दे को लेकर डिवाइड हो रहे थे।
हालांकि, Israel नेतन्याहू ने गालांट की चेतावनी को नजरअंदाज किया और अपने प्रस्ताव पर अडिग रहे। इस पर गालांट ने अपनी असहमति व्यक्त की और रक्षा मंत्री पद से इस्तीफे की धमकी दी। इसके बाद से सेना की स्थिति गंभीर हो गई और सड़कों पर सैनिकों के उतरने की खबरें आईं।
यह विवाद केवल राजनीतिक नहीं बल्कि इजरायल के सुरक्षा ढांचे को भी प्रभावित कर रहा है। सेना में बंटवारे की स्थिति और सरकार के निर्णयों के खिलाफ असहमति बढ़ने से इजरायल की आंतरिक सुरक्षा में खतरा पैदा हो सकता है।
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अब देखना यह है कि नेतन्याहू और गालांट के बीच इस टकराव का भविष्य क्या होगा, और क्या इजरायल की सेना और सरकार के बीच यह दरार देश की सुरक्षा नीति को कमजोर करेगी।