US राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की जीत, भारतीय-अमेरिकी सुहास सुब्रमण्यम ने वर्जीनिया से जीती सीट

US राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने जीत हासिल की, वहीं भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिए एक ऐतिहासिक क्षण आया जब वकील सुहास सुब्रमण्यम ने वर्जीनिया से प्रतिनिधि सभा का चुनाव जीत लिया।

भारतीय अमेरिकियों की कांग्रेस में बढ़ती उपस्थिति US 

2024 के US राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने जीत हासिल की, वहीं भारतीय अमेरिकी समुदाय के लिए एक ऐतिहासिक क्षण आया जब वकील सुहास सुब्रमण्यम ने वर्जीनिया से प्रतिनिधि सभा का चुनाव जीत लिया। उनकी इस जीत ने भारतीय US समुदाय का और अधिक मजबूत प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया। सुब्रमण्यम, जो रिपब्लिकन पार्टी के माइक क्लैंसी को हराकर जीत हासिल की, वर्जीनिया और पूरे पूर्वी तट से कांग्रेस में निर्वाचित होने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी नेता बन गए हैं।

सुहास सुब्रमण्यम: भारतीय US समुदाय का नया चेहरा

सुहास सुब्रमण्यम, जो पहले राष्ट्रपति बराक ओबामा के व्हाइट हाउस सलाहकार के रूप में कार्य कर चुके हैं, का राजनीतिक करियर एक प्रेरणा है। वे हिंदू धर्म से आस्थावान हैं और भारतीय US समुदाय में बेहद लोकप्रिय हैं। सुब्रमण्यम ने जीत के बाद अपने बयान में कहा कि वह सम्मानित और विनम्र महसूस कर रहे हैं कि वर्जीनिया के 10वें जिले के लोगों ने उन्हें भरोसा दिया। यह क्षेत्र उनका घर है, और उन्होंने यहां अपनी शादी की, अपनी पत्नी मिरांडा के साथ अपनी बेटियों का पालन-पोषण किया है।

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सुब्रमण्यम का यह भी कहना था कि वाशिंगटन में इस जिले की सेवा करना उनके लिए एक सम्मान की बात है। उनके मुताबिक, यह उनके परिवार के लिए एक व्यक्तिगत अनुभव है, क्योंकि उन्होंने अपने समुदाय की समस्याओं को खुद महसूस किया है।

भारतीय अमेरिकी सांसदों की संख्या में इजाफा

सुब्रमण्यम की ऐतिहासिक जीत से भारतीय अमेरिकी सांसदों के ग्रुप “समोसा कॉकस” की संख्या भी बढ़ गई है। अब इस कॉकस में कुल छह सदस्य हैं। यह कॉकस भारतीय अमेरिकी सांसदों का एक समूह है जो भारतीय मूल के अमेरिकियों के मुद्दों पर काम करता है और उनकी आवाज़ को अमेरिकी संसद में उठाता है।

सुब्रमण्यम की एंट्री ने इस कॉकस को और मजबूत किया है और यह दिखाता है कि भारतीय अमेरिकी समुदाय का राजनीतिक प्रभाव बढ़ रहा है। यह उनकी और उनके जैसे अन्य नेताओं की कड़ी मेहनत का परिणाम है, जो समाज के लिए समर्पित हैं और अपने समुदाय के उत्थान के लिए काम कर रहे हैं।

भारत और अमेरिका के रिश्तों को मजबूत करना

सुब्रमण्यम की जीत न केवल भारतीय अमेरिकियों के लिए एक बड़ी सफलता है, बल्कि यह भारत और अमेरिका के रिश्तों को और भी मजबूत करने का प्रतीक है। भारतीय अमेरिकी समुदाय के राजनीतिक सशक्तिकरण से दोनों देशों के बीच संबंधों में और भी गहरी समझ और सहयोग की संभावना पैदा हो सकती है।

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सुहास सुब्रमण्यम की जीत से भारतीय अमेरिकियों का राजनीतिक प्रभाव और बढ़ा है। उनका सफर न केवल एक प्रेरणा है, बल्कि यह दिखाता है कि भारतीय अमेरिकी समुदाय अब राजनीति में अपनी महत्वपूर्ण जगह बना चुका है। उनके द्वारा वर्जीनिया से चुने जाने के साथ ही यह समुदाय अमेरिकी राजनीति में एक नई ऊँचाई पर पहुंच गया है।

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