“रायगढ़: करंट लगने से तीन हाथियों की मौत, वन विभाग में हड़कंप”
रायगढ़ जिले के तमनार वन परिक्षेत्र में एक दुखद घटना घटी, जहां करंट की चपेट में आने से तीन हाथियों की मौत हो गई।
रायगढ़: करंट लगने से तीन हाथियों की मौत
घटना का विवरण
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के तमनार वन परिक्षेत्र में एक दुखद घटना घटी, जहां करंट की चपेट में आने से तीन हाथियों की मौत हो गई। सुबह जब स्थानीय ग्रामीण जंगल में गए, तो उन्होंने तीनों हाथियों को एक-दूसरे के इर्दगिर्द मृत अवस्था में पाया। यह दृश्य ग्रामीणों के लिए बेहद चौंकाने वाला और दुखद था।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने तुरंत वन विभाग को घटना की सूचना दी। घटना की गंभीरता को देखते हुए, वन विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का निरीक्षण किया। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं अक्सर होती हैं, और उन्होंने बिजली कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
बिजली कंपनी की जिम्मेदारी
प्रथम दृष्टया में, वन विभाग ने बिजली कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगाया है। ऐसा माना जा रहा है कि बिजली के तारों की उचित देखरेख नहीं की गई, जिससे यह हादसा हुआ। स्थानीय वन अधिकारियों का कहना है कि हाथियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बिजली के तारों की स्थिति का नियमित रूप से निरीक्षण होना चाहिए।
क्षेत्र में हाथियों की संख्या
रायगढ़ जिले के दो वन मंडलों में कुल 140 हाथी मौजूद हैं, जिनमें से सबसे अधिक धरमजयगढ़ क्षेत्र में पाए जाते हैं। यह क्षेत्र हाथियों के लिए एक महत्वपूर्ण आवास है, और यहां हाथियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। ऐसे में, हाथियों की सुरक्षा और उनके आवास का संरक्षण अत्यंत आवश्यक है।
वन विभाग की कार्रवाई
इस घटना के बाद वन विभाग ने तुरंत जांच के आदेश दिए हैं। अधिकारियों ने यह सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। इसके अलावा, वन विभाग ने स्थानीय लोगों को भी जागरूक करने का प्रयास किया है ताकि वे जंगल में जाने से पहले सतर्क रहें।
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यह घटना न केवल हाथियों के लिए एक बड़ा नुकसान है, बल्कि यह वन विभाग और बिजली कंपनियों के लिए भी एक चेतावनी है। हाथियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना आवश्यक है, और इसके लिए संबंधित विभागों को मिलकर काम करने की जरूरत है। स्थानीय समुदायों को भी इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभानी होगी ताकि भविष्य में इस प्रकार की त्रासदियों से बचा जा सके। हाथियों के संरक्षण के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है।